PM Modi Visit Austria : यूक्रेन मुद्दे का शांतिपूर्ण हल हो, यह समय युद्ध का नहीं- भारत-ऑस्ट्रिया का संयुक्त बयान
PM Modi Visit Austria : पीएम मोदी ने चांसलर नेहमर के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मोदी ने इस मौके पर कहा कि यूक्रेन संकट का सामाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता। उन्होंने आतंकवाद की भी कड़ी निंदा की।
PM Modi Visit Austria : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय यात्रा पर मॉस्को से ऑस्ट्रिया पहुंचे हैं। पीएम मोदी जब ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना स्थित एयरपोर्ट पर पहुंचे तो यहां उनका सेरेमोनियल वेलकम हुआ। रात में गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत के बाद मोदी ऑस्ट्रिया के पीएम आवास पहुंचे। मोदी ने विजिटर्स बुक में दस्तखत किए। इस दौरान ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर उनके साथ रहे। प्रधानमंत्री मोदी जब एयरपोर्ट से होटल रिट्ज-कार्लटन पहुंचे तो वहां उन्होंने भारतवंशियों से मुलाकात की। यहां उनके स्वागत में वंदे मातरम की धुन बजाई गई। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी स्टेट डिनर के लिए ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर से मिलने पहुंचे। इस दौरान दोनों ने व्यापार को लेकर चर्चा की। नेहमर ने मोदी के साथ सेल्फी ली। बता दें कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 40 से अधिक वर्षों में पहली ऑस्ट्रिया की यात्रा है, 1983 में इंदिरा गांधी की आखिरी यात्रा थी।
मेरी ये यात्रा एतिहासिक और विशेष दोनों है-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने चांसलर नेहमर के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मोदी ने इस मौके पर कहा कि यूक्रेन संकट का सामाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता। उन्होंने आतंकवाद की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि मेरी तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही ऑस्ट्रिया आने का अवसर मिला। मेरी ये यात्रा एतिहासिक और विशेष दोनों है। 41 साल के बाद किसी भारतीय पीएम ने यहां का दौरा किया। ये सुखद संयोग है कि यात्रा उस समय हो रही है जब हमारे आपसी संबंधों को 75 साल पूरे हुए। मोदी ने आगे कहा कि लोकतंत्र और रूल औफ लॉ जैसे मूल्यों में साझा विश्वास हमारे संबंधों की मजूबत नींव है। आपसी विश्वास से हमारे रिश्तों को बल मिलता है।
हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज मेरे और नेहमर के बीच सार्थक बातचीत हुई। हमने आपसी सहयोग और मजूबत करने का खाका तैयार किया है। ये केवल आर्थिक और निवेश तक सीमित नहीं है। हम कई क्षेत्रों में साथ काम करेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि ये युद्ध का समय नहीं है। समस्याओं का समाधान युद्ध के मैदान में नहीं हो सकता है। मासूमों के जान की हानि स्वीकार्य नहीं है। भारत और ऑस्ट्रिया शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली के लिए वार्ता और कूटनीति पर जोर देते हैं। इसके लिए हम हर सहयोग देंगे। इसके अलावा हमने क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद पर भी अपने विचार साझा किए हैं। हम दोनों आतंकवाद की कठोर निंदा करते हैं। ये किसी भी तरह से स्वाकार्य नहीं है। हम यूएन जैसी संस्थाओं में बदलाव के लिए सहमत हैं। आने वाले महीने में ऑस्ट्रिया में चुनाव होंगे। मैं भारत के लोगों की तरफ से चांसलर नेहमर और ऑस्ट्रिया के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं।