प्रकाश जावड़ेकर ने कहा- छात्र विदेश जैसा रिसर्च देश में ही करें

ग्रेटर नोएडा में फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की ओर से 13वें उच्च शिक्षा सम्मेलन-2017 का आयोजन हुआ। इस दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वीडियों में मैसेज में कुछ बातें कही।

Update:2017-11-10 13:54 IST

नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा में फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की ओर से 13वें उच्च शिक्षा सम्मेलन-2017 का आयोजन हुआ। इस दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने वीडियों में मैसेज में कुछ बातें कही।

उन्होंने कहा है कि अच्छे स्टूडेंट्स हायर एजुकेशन के लिए विदेश चले जाते है और नए इनोवेशन विदशी कंपनियों के लिए करते है। जबकि जो फैसलिटी उन्हें वहां मिलती है, वहीं सुविधा अब भारत में भी उपलब्ध है।

देश में ही करें रिसर्च

जावड़ेकर ने बताया कि देश और विदंश के कॉलेजों के सिद्धांतों और विज्ञान समान है, लेकिन टेक्नोलॉजी का फर्क है। इसके लिए सरकार हर तरह से मदद करने को तैयार है, हस इसको दुरुस्त करने की जिम्मेदारी शिक्षकों और छात्रों पर निर्भर है। मोदी सरकार के मेक इन इंडिया के तहत छात्र विदेश जैसा रिसर्च देश में ही करें।

कई विश्वविद्यालय शामिल

जावड़ेकर का यह मैसेज फिक्की द्वारा आयोजित 'एजुकेशन 4.0 : स्टूडेंट एट द कोर' विषय पर आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन मौके पर दिखाया गया। इस सम्मेलन में आईआईटी मुंबई समेत कई निजी विश्वविद्यालय सम्मिलित हुए हैं, जहां अगले तीन दिनों तक शिक्षा के बदलते स्वरूप पर चर्चा की जाएगी।

एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक जावड़ेकर ने कहा कि मोदी सरकार अगले 20 साल को ध्यान में रखते हुए नई शिक्षा नीति तैयार कर रही है। इसका ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। इस नई नीति से देश के शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांति आएगी। उन्होंने इस अवसर पर स्कूली शिक्षा को भी दुरुस्त करने जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसी सरकार ने 10वीं की परीक्षा में फिर से बोर्ड एग्जाम की शुरूआत की है।

इंस्टीट्यूट्स में मुफ्त पाठ्यक्रम

इस मौके पर जावड़ेकर ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) और ऑल इंडिया कौंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) द्वारा आईआईटीज और आईआईएम सहित देश के टॉप फैकल्टी की ओर से फ्री ऑनलाइन पोर्टल 'स्वयं' के बारे में जानकारी दी और कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर के प्रशिक्षण पाठ्यक्रम मुफ्त मुहैया कराए जा रहे हैं।

पोर्टल के माध्यम से ले सकते है डिप्लोमा

स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निग फॉर यंग एस्पाइरिंग माइंड्स (स्वयं) पोर्टल के जरिए आईआईटी, आईआईएम और इग्नू जैसे संस्थानों में दाखिला लिए बिना अब छात्र इनके सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और पीजी डिप्लोमा हासिल कर सकते हैं। इंजीनियरिंग और नॉन-इंजीनियरिंग के इस पोर्टल पर अभी तक 200 कोर्सेस अपलोड कर दिए गए हैं। आईसेक्ट यूनिवर्सिटी के भी कुछ ऑनलाइन कोर्सेस को स्वयं पोर्टल पर लिया जाएगा।

इस अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु का भी एक ऑडियो संदेश चलाया गया। सुरेश प्रभु ने अपने संदेश में कहा, 'अब वह समय आ गया है जब भारत भी अपनी शिक्षा का 'निर्यात' करें। उनका कहना है कि देश से केवल छात्र ही बाहर नहीं जाएंगे बल्कि भारतीय शिक्षा भी विदेशों में पढ़ाई जाएंगी।

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