Pune Porsche Accident मामले में बड़ी कार्रवाई, दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
Pune Porsche Accident: मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनों पर लापरवाही का आरोप है।
Pune Porsche Accident: पुणे पोर्श कार एक्सिडेंट मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है। दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, पुलिस इंस्पेक्टर राहुल जगदले और असिसटेंट पुलिस इंस्पेक्टर विश्वनाथ टोडकरी को सस्पेंड किया गया है। दोनों पुलिसकर्मी यरवदा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे। आरोप है कि दोनों पुलिसकर्मियों ने इस घटना की जानकारी वायरलेस कंट्रोल रूम को नहीं दी थी। सीपी पुणे अमितेश कुमार ने इस कार्रवाई की जानकारी मीडिया को दी है।
यह है पूरा मामला
18 मई को महाराष्ट्र के पुणे में एक तेज रफ्तार पोर्श कार ने बाइक को टक्कर मार दी थी। हादसे के दौरान नाबालिग आरोपी शराब के नशे में धुत था और करीब 200 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से अपने पिता की लग्जरी पोर्श कार चला रहा था। इसी दौरान उसने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिस पर सवार मध्य प्रदेश के रहने वाले दो इंजीनियर अनीश अवधिया (पुरुष) और अश्विनी कोस्टा (महिला) की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, ये कार पुणे के एक अमीर बिल्डर का नाबालिग बेटा चला रहा था। हादसे के बाद आरोपी ने मौके से भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। बाद में आरोपी युवक को किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया, जहां कुछ घंटों बाद उसे जमानत दे दी गई। पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक शनिवार और रविवार की रात अपने दोस्तों के साथ रात साढ़े नौ बजे से देर रात एक बजे के बीच दो बारों में गया था और वहां कथित तौर पर शराब पी थी।
जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने निबंध लिखवाकर छोड़ा
इस केस में जिस तरह से जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग आरोपी को केवल निबंध लिखने का आदेश देकर छोड़ दिया। उससे पूरे देश में सवाल खड़े होने लगे। जब पूरे मामले ने तूल पकड़ा तो ताबड़तोड़ एक्शन होने लगे। इस केस के मुख्य आरोपी नाबालिग रईसजादे को बुधवार की देर शाम अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए उसकी जमानत रद्द कर दी और उसे बाल सुधार गृह भेजने का निर्देश दिया।