Rahul Gandhi: दिल्ली में अकेले पड़ने के बाद राहुल को बिहार की चिंता, अब राजद से दोस्ती बचाने की कोशिश
Rahul Gandhi News: हरियाणा और महाराष्ट्र में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस के ऊपर सहयोगी दलों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।;
Rahul Gandhi News: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह अलग-थलग पड़ गई है। इंडिया अलायंस में शामिल सभी दलों ने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। जिन नेताओं ने आप को समर्थन देने की बात कही है,उनमें राजद नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। तेजस्वी का यह रुख कांग्रेस की चिंता बढ़ने वाला साबित हो रहा है क्योंकि बिहार में भी इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
राजद और कांग्रेस के बीच चल रही इस खींचतान के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी 18 जनवरी को पटना के दौरे पर पहुंचने वाले हैं। राहुल गांधी का इस दौर को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है और इसे राजद से दोस्ती बचाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है ताकि विधानसभा चुनाव के समय सीट बंटवारे को लेकर राजद पर दबाव बनाया जा सके।
राजद ने बढ़ाया कांग्रेस पर दबाव
हरियाणा और महाराष्ट्र में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस के ऊपर सहयोगी दलों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। बिहार भी इससे अछूता नहीं है। राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव भी कांग्रेस को आंख दिखाने में लगे हैं। पिछले दिनों इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर ममता बनर्जी की ओर से दावेदारी किए जाने पर राजद मुखिया ने ममता का समर्थन किया था।
इससे कांग्रेस और राहुल गांधी के प्रति राजद का रुख समझा जा सकता है। इसके साथ ही बिहार में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भी राजद नेता कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलते हुए दिख रहे हैं। कांग्रेस बिहार में अपने दम पर ताकत दिखाने की स्थिति में नहीं है और इसलिए पार्टी राजद के साथ मिलकर अपना सियासी वजूद बचाने की कोशिश में जुटी हुई है। राहुल गांधी के प्रस्तावित बिहार दौरे को राजद से दोस्ती बढ़ाने की कोशिश माना जा रहा है।
कांग्रेस कर रही अधिक सीटों की डिमांड
राजद नेता तेजस्वी यादव ने हाल में बयान दिया था कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए बनाया गया था। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि बिहार में राजद और कांग्रेस की दोस्ती पुरानी है। बिहार में पिछले दिनों कांग्रेस नेताओं की ओर से 70 विधानसभा सीटों पर दावेदारी की गई थी।
वैसे जानकारों का मानना है कि राजद नेतृत्व की ओर से कांग्रेस को इतनी ज्यादा सीटें नहीं दी जाएंगी। ऐसे में राजद और कांग्रेस के बीच आने वाले दिनों में तनातनी बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
राहुल गांधी के कल के दौरे पर सबकी निगाहें
कांग्रेस और राजद के रिश्तों में चल रही खींचतान के बीच राहुल गांधी का 18 जनवरी को प्रस्तावित पटना दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राहुल गांधी पटना के बापू सभागार में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। राहुल गांधी के दौरे के मद्देनजर पटना की सड़कों पर पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का कहना है कि राहुल गांधी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक को भी संबोधित करेंगे।
इस मौके पर वे प्रदेश कांग्रेस के मुख्य सभागार के नवीनीकरण और प्रदेश कार्यालय के कर्मचारियों के लिए बने नवीन भवन का उद्घाटन भी करेंगे।
हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि राहुल गांधी की इस यात्रा के दौरान उनकी राजद नेताओं के साथ कोई मुलाकात होगी या नहीं। वैसे कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी के इस दौरे को बिग शो बनाने की कोशिश की जा रही है। इसके जरिए पार्टी अपनी मजबूती का संकेत देना चाहती है ताकि आने वाले दिनों में राजद पर दबाव बनाने में कामयाबी मिल सके। राहुल के दौरे के समय राजद नेताओं के रुख पर भी सबकी निगाहें लगी हुई हैं।