सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री की मुश्किलें बढ़ीं, घोटाले में जांच के आदेश
राजस्थान में सचिन पायलट की बगावत के बाद शुरू हुई सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
अंशुमान तिवारी
जयपुर: राजस्थान में सचिन पायलट की बगावत के बाद शुरू हुई सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी की नोटिस के बाद अब शेखावत के खिलाफ एक और मामला खुल गया है। जयपुर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 884 करोड़ के क्रेडिट सोसायटी घोटाले में शेखावत के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।
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एसओजी ने भी जारी किया नोटिस
राजस्थान की सियासत में इन दिनों जबर्दस्त उठापटक मची हुई है और गहलोत सरकार की तगड़ी घेरेबंदी की जा रही है। पिछले दिनों गहलोत सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें शेखावत की आवाज होने का दावा किया गया था। हालांकि शेखावत ने दावा किया है कि वह ऐसी किसी भी खरीद फरोख्त संबंधी बातचीत में शामिल नहीं हैं। एसओजी की ओर से इस बाबत शेखावत को नोटिस जारी किया गया है।
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शेखावत के खिलाफ अब यह मामला खुला
अब शेखावत के खिलाफ एक पुराना मामला भी खुल गया है। पिछले साल संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी के निवेशकों की शिकायत के बाद एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में सोसायटी के फाउंडर और एमडी विक्रम सिंह को गिरफ्तार किया गया था। विक्रम सिंह को शेखावत का करीबी बताया जाता है और शेखावत व विक्रम सिंह प्रॉपर्टी के धंधे में पार्टनर भी रह चुके हैं। हालांकि घोटाले का मामला सामने आने के काफी पहले ही दोनों अलग हो चुके थे मगर शिकायत करने वालों ने आरोप लगाया है कि सोसाइटी की बड़ी रकम शेखावत और उनके परिवार की कंपनियों में लगाई गई है।
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कोर्ट ने दिया जांच का आदेश
इस मामले की जांच पिछले साल अगस्त में शुरू हुई थी जब एसओजी ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। एसओजी की चार्जशीट में शेखावत का नाम शामिल नहीं था। बाद में इस बाबत मजिस्ट्रेट कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी मगर कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। इसके बाद यह मामला एडिशनल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट पहुंचा जहां से अब पुलिस को शेखावत के खिलाफ आरोपों की जांच करने का आदेश दिया गया है।
सोसायटी ने लगाया लंबा चूना
जानकार सूत्रों ने बताया कि संजीवनी क्रेडिट सोसायटी ने निवेशकों को नंबर चूना लगाया है। सोसायटी की ओर से राजस्थान में 211 और गुजरात में 26 शाखाएं खोली गई थीं। सोसायटी की ओर से निवेशकों को भारी मुनाफे का लालच दिया गया था। सोसायटी के जाल में संस्कार 1,46,991 निवेशकों में सोसायटी में पैसा लगाया था। एसओजी ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि सोसायटी के खाते में भारी फर्जीवाड़ा किया गया था। सोसायटी के कागजातों में करीब 55000 लोगों को 11 सौ करोड़ रुपए का कर्ज दिखाया गया था।
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सियासी चर्चाओं में छाए हैं शेखावत
राजस्थान की सियासत में इन दिनों केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत काफी चर्चाओं में हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो में भी उनका नाम आ चुका है जिसे लेकर उन्हें एसओजी की ओर से नोटिस जारी किया गया है। शेखावत का कहना है कि ऑडियो पूरी तरह फेक है। उनका कहना है कि मैं मारवाड़ी बोलता हूं जबकि संबंधित ऑडियो में झुंझुनू का टच है। उनका कहना है कि यह ऑडियो जोड़-तोड़ करके तैयार किया गया लगता है। दूसरी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आरोप है कि शेखावत विधायकों की खरीद-फरोख्त में जुटे हुए हैं और उनकी सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं।
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