Rajnath Singh: ‘अफजल को फांसी न देते तो क्या माला पहनाते’, उमर के बयान पर राजनाथ ने कसा तंज
Rajnath Singh: राजनाथ सिंह ने उमर अब्दुल्ला के बयानों पर तंज कसा है। जहां उन्होने कहा कि अफजल को फांसी न देते तो क्या उन्हें माला पहनाते।
Rajnath Singh: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा था की अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए थी। जिसका आज जम्मू के रामबन में एक रैली को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया और कहा कि मुझे इस बात पर अफ़सोस है। उन्होंने ये भी पूछा कि अगर गुरु के साथ ऐसा न करते तो उनके इलाज का दूसरा तरीका और क्या होना चाहिए था। राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि मै उमर अब्दुल्ला से पूछना चाहत हूँ कि अगर उनको फांसी न देते तो क्या दिल्ली बुलाकर माला पहनाते?
पीओके के लोग भी भारत में होंगे शामिल
आज अपनी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल ही में, पीओके के निवासियों को विदेशी करार दिया गया, लेकिन वे हमारे अपने लोग हैं। हमारा मानना है कि वे भारत का अभिन्न अंग हैं और एक सम्मानजनक जीवन के हकदार हैं। वह समय दूर नहीं जब वे बिना किसी दबाव के स्वेच्छा से हमारे साथ जुड़ेंगे। आज महबूबा मुफ़्ती को भी जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति देखी गई। इस बात का किसी ने विरोध भी नहीं किया। इसीलिए मै जम्मू- कश्मीर की जनता से कहना चाहता हूँ कि आप भाजपा को वोट दें।
पीएम मोदी ने किया जम्मू - कश्मीर में 38000 करोड़ का निवेश
आज राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, जम्मू-कश्मीर में 38000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। आज युवाओं के हाथ में पत्थर और बंदूक की जगह लैपटॉप और बैट हैं। श्रीनगर में पिस्तौल लेकर लोगों पर गोली चलाने की हिम्मत कोई नहीं कर सकता। यह वह बदलाव है जो हम जम्मू-कश्मीर में लाए हैं। राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि भाजपा उन कश्मीरी पंडितों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है जो 1990 में बंदूक और आतंक के साये में जम्मू-कश्मीर से भागने को मजबूर हुए थे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार भाजपा सरकार बनेगी और केंद्र जम्मू-कश्मीर को और ऊपर उठाएगा और अगले दस वर्षों में जम्मू-कश्मीर भारत का मॉडल राज्य होगा।