One Nation-One Election: कोविंद समिति ने राष्ट्रपति को सौंपी रिपोर्ट, 2029 में एक साथ चुनाव की सिफारिश
One Nation-One Election: भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में एक देश-एक चुनाव पर उच्च स्तरीय समिति ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को रिपोर्ट सौंप दी है।
One Nation-One Election: पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद (Ramnath Kovind) की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय समिति ने देश भर में लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के लिए एक साथ चुनाव कराने की व्यवहार्यता पर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप दी है। एक बयान में कहा गया कि पैनल ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmoo) को 18,626 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी। यह रिपोर्ट 2 सितंबर, 2023 को इसके गठन के बाद से हितधारकों, विशेषज्ञों के साथ व्यापक परामर्श और 191 दिनों के शोध कार्य का परिणाम है।
क्या है रिपोर्ट में
रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविंद कमेटी ने 2029 में एकसाथ चुनाव कराने की सिफारिश की गई है।
- इसमें लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव के लिए एक मतदाता सूची रखने की बात भी सामने आई है।
- साथ ही एक चुनाव के लिए संविधान में संशोधन की सिफारिश की भी संभावना है। - बताया जाता है कि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विधि आयोग के प्रस्ताव पर सभी दल सहमत हुए तो यह 2029 से ही लागू होगा। साथ ही इसके लिए दिसंबर 2026 तक 25 राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने होंगे।
- मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिजोरम विधानसभाओं का कार्यकाल 6 महीने बढ़ाकर जून 2029 तक करने की बात कही गई है। उसके बाद सभी राज्यों में एकसाथ विधानसभा-लोकसभा चुनाव हो सकेंगे।
बताया जाता है कि भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने एकसाथ चुनाव के हक में राय जाहिर की है। बीजद और अन्नाद्रमुक भी इसके समर्थन में हैं। वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों- द्रमुक, एनसीपी और तृणमूल ने इसका विरोध किया है। रिपोर्ट में निर्वाचन आयोग (Election Commission), विधि आयोग और कानूनी विशेषज्ञों की राय भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एकसाथ चुनाव कराना जनहित में होगा। इससे आर्थिक विकास तेज होगा और महंगाई नियंत्रित होगी।
कब बनी थी कमेटी
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अगुआई में एक देश-एक चुनाव (One Nation-One Election) 8 सदस्यों की कमेटी पिछले साल 2 सितंबर को बनी थी। 23 सितंबर 2023 को इसकी पहली बैठक हुई थी।