रविशंकर प्रसाद ने कहा- डाक विभाग दवाओं के पार्सल सबसे पहले पहुंचाए

केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लॉकडाउन के दौरान दवाओं के पार्सल को प्राथमिकता के आधार पर भेजने का डाक विभाग को निर्देश दिया है, ताकि लोगों को दवाएं मिलने में किसी तरह की देरी न हो।

Update:2020-04-13 22:21 IST

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने भारत में भी तेजी पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए सरकार कई बड़े कदम उठाए हैं। अब केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लॉकडाउन के दौरान दवाओं के पार्सल को प्राथमिकता के आधार पर भेजने का डाक विभाग को निर्देश दिया है, ताकि लोगों को दवाएं मिलने में किसी तरह की देरी न हो।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि मैंने डाक विभाग के सचिव को विशेष निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन के दौरान स्पीड पोस्ट के द्वारा भेजी जा रही दवाओं के पार्सल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। डाक विभाग का हर अधिकारी और कर्मचारी सुनिश्चित करे कि दवाओं को भेजने और प्राप्त करने में किसी को कोई दिक्कत न हो।

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केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की पहल से कई मरीजों को दवाएं डाक विभाग से पहुंच रहीं हैं। उत्तराखंड के गौचर में रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार मेजर एमपी जोशी की दवा दिल्ली से नहीं पहुंच पा रही थी। मामला रविशंकर प्रसाद तक पहुंचा तो उन्होंने डाक विभाग को निर्देश दिया और दवाएं दिल्ली से चार सौ किलोमीटर दूर मौजूद एमपी जोशी तक पहुंच गईं।

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रविशंकर प्रसाद इस मामले पर पूरी नजर रखे हुए हैं जैसे ही उनको जानकारी हुई के पार्सल रिटायर्ड मेजर सूबेदार एमपी जोशी को मिल गया है तुरंत उन्होंने इस पर खुशी जाहिर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि इंडिया पोस्ट देश के कोने कोने तक दवा पहुंचा रहा है और देश बदले में दुआ दे रहा है।



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गौरतलब है कि देश के दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए बड़े शहरों से दवाइयां भेजी जाती है और ज्यादा तक दवाई स्पीड पोस्ट पार्सल या कुरियर के जरिए ही भेजी जाती हैं। लॉकडाउन के समय प्राइवेट कोरियर बंद है ऐसी सूरत में सिर्फ सरकारी सेवा डाक विभाग और स्पीड पोस्ट का ही भरोसा है।

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