पेटीएम के मालिकों से इस तरह मांगी गई 10 करोड़ की फिरौती, यहां जानें पूरा मामला

Update: 2018-10-23 03:41 GMT

नई दिल्ली: पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा और उनके भाई अजय शेखर को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। यह मामला ब्लैकमेल करने का है। इस मामले में विजय शेखर शर्मा और अजय शेखर को सेक्रेटरी सोनिया धवन द्वारा डेटा चोरी कर उसे सार्वजनिक करने की धमकी मिली थी। सोनिया ने कहा था कि अगर अपना डेटा बचाना है तो इसके बदले में उसे 20 करोड़ रुपए रुपए मिले तो वह चुप रहेगी।

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वहीं, पुलिस ने सोनिया के साथ तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है। इस मामले पर अजय शेकाहर का कहना है कि दोनों भाईयों को 20 सितंबर से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। पहला कॉल 20 सितंबर को थाईलैंड से एक वर्चुअल नंबर से आया था, जिसमें धमकी देते हुए डेटा लीक करने की बात कही गई थी।

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अजय ने बताया कि फिर 21 सितंबर को उसी वर्चुअल नंबर से विजय के पास फोन आया था, जिसमें दोबारा यही बात कही गई। जब यह बात पुलिस को बताई गई, तब पुलिस इस कॉल को ट्रेस नहीं कर पा रही थी। ऐसी स्थिति में अजय और विजय ने इजरायल के आईटी एक्सपर्ट की मदद से इस कॉल को ट्रेस किया। जब नंबर ट्रेस हुआ तब पता चला कि आरोपी कोलकाता का रहने वाला है।

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इस मामले में अधिक जानकारी बताते हुए अजय ने बताया कि पहले 20 सितंबर से शामकी भरे कॉल आने शुरू हुए, फिर एक अक्टूबर से ब्लैकमेलिंग की शुरुआत हुई। आरोपी से सबसे पहले दो लाख रुपए की मांग की थी, उसके बाद यह मांग 10 करोड़ तक पहुंच गई। अजय ने ये भी बताया कि उन्होंने 10 अक्टूबर को आरोपी के बैंक अकाउंट पर 67 रुपए डालकर उसके बैंक की डिटेल ली।

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इसके बाद उन्होंने 2 लाख रुपए आरोपी के बैंक अकाउंट में 15 अक्टूबर को जमा कर दिए। जब आरोपियों को लगा कि अब उन्हें रुपए मिलेंगे तो उन्होंने 10 करोड़ रुपए देने की मांग कर डाली। जब रकम बढ़ गई तब दोनों भाईयों ने पुलिस को इस मामले की शिकायत की। अजय ने बताया कि जब उनके सामने इस बात का खुलासा हुआ कि आरोपी रोहित कोलकाता से उनसे पैसे मांग रहा है और वो सोनिया, रूपक और कंपनी के एडमिन देवेंद्र से मिला हुआ है, तब नोएडा सेक्टर-20 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

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