Wrestlers Protests: 'नाबालिग महिला पहलवान के परिवार को धमकाया, आंदोलन में कांग्रेस का हाथ नहीं'...बोलीं साक्षी मलिक
Sakshi Malik on Brij Bhushan: साक्षी मलिक ने वीडियो के जरिये एक बार फिर बृजभूषण शरण सिंह पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने बीजेपी सांसद पर नाबालिग महिला पहलवान के परिवार को डराने-धमकाने का आरोप लगाया।
Sakshi Malik on Brij Bhushan : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ आंदोलन कर रही पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने शनिवार (17 जून) को एक वीडियो जारी किया। वीडियो के जरिये उन्होंने बृजभूषण शरण पर एक बार फिर बड़ा बोला।
साक्षी ने कहा, 'नाबालिग महिला रेसलर के परिवार को डराया और धमकाया गया, जिसके बाद उसने बयान बदल लिया।' साक्षी अपने पति सत्यव्रत कादियान (Satyavrat Kadian) कहती नजर आ रही हैं कि हमारे खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही हैं।
...उसने बयान बदल लिया
साक्षी मलिक वीडियो में आगे कहती हैं कि, 'नाबालिग महिला पहलवान (Minor Female Wrestler) ने पुलिस के सामने 161 और मजिस्ट्रेट के सामने 164 में बयान दिया था। लेकिन, उसके परिवार को डराया- धमकाया गया। इसी के बाद उसने बयान बदल लिया।'
कांग्रेस पार्टी का इसमें कोई हाथ नहीं
दिल्ली के जंतर-मंतर पर लंबे समय तक प्रदर्शन करने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि, 'हमारा आंदोलन राजनीति से प्रेरित नहीं है। कांग्रेस पार्टी का इसमें कोई हाथ नहीं था। उन्होंने कहा, जब पहली बार जनवरी में हमने आंदोलन किया था, तब उसकी अनुमति बीजेपी के दो बेटों ने दिलाई थी, जिसका सबूत भी है।'
'ये लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती'
आंदोलनरत पहलवान साक्षी ने कहा, 'हमने बार-बार कहा है कि हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं है। ये लड़ाई फेडरेशन के खिलाफ थी। उन्होंने आगे कहा कि, एक ना होने की वजह से प्रशासन इसका फायदा उठाता है। ये लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है।'
12 वर्षों से हो रही थी महिला रेसलर्स से छेड़छाड़'
जारी वीडियो में साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत ने आरोप लगाया कि, 'हमारे खिलाफ अफवाह फैलाई जा रही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि कुश्ती से जुड़े 90 प्रतिशत लोगों को पता है कि पिछले 12 वर्षों से महिला पहलवानों (Female Wrestlers in India) से इस तरह की छेड़छाड़ हो रही थी। कई लोग इसके खिलाफ आवाज उठाना चाहते थे। मगर, हमारी रेसलिंग कमेटी (wrestling committee) में एकता की कमी ने ऐसा नहीं होने दिया। किसी ने अगर आवाज उठाने की कोशिश भी की, तो ये बात बृजभूषण शरण सिंह तक पहुंच जाती थी। उसके करियर में दिक्कत आना शुरू हो जाता था।'
क्यों थी अब तक चुप?
साक्षी मलिक ने ये भी बताया कि वो अब तक क्यों चुप थीं। उन्होंने कहा, 'हम पर आरोप था कि हम अभी तक चुप क्यों रहे। इसके कई कारण हैं। पहला, ये है कि हम पहलवानों में एकता की कमी रही। साक्षी कहती हैं, कुश्ती में आने वाले खिलाड़ी अकसर गरीब परिवारों से होते हैं। उनमें शक्तिशाली शख्स के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं होती है। साक्षी मलिक ने कहा, जब भारत के बड़े पहलवानों ने आवाज उठाई, तो उन्हें किन हालातों से गुजरना पड़ा ये देश-दुनिया ने देखा।'
नई संसद के उद्घाटन दिन वाले वाकये पर सफाई
इस वीडियो में साक्षी के पति सत्यव्रत कहते हैं, '28 मई को महिला महापंचायत हुई थी। उसका फैसला खाप पंचायत ने लिया था। हमें इस फैसले के बाद पता चला था कि नई संसद का उद्घाटन होने वाला है। लेकिन हमने अपने बड़े-बुजुर्गों का सम्मान किया। हमारे साथ 28 मई को पुलिस ने जो व्यवहार किया, उसने हमें अंदर से तोड़ दिया।'