जम्मू-कश्मीर में सपा का हुआ बुरा हाल, 20 सीटों पर जमानत जब्त, 16 पर पार्टी को 500 वोट भी नहीं मिल सके
Jammu and Kashmir Election: जम्मू- कश्मीर में समाजवादी पार्टी का काफी बुरा प्रदर्शन देखने को मिला है।
Jammu and Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने 49 सीटों पर जीत हासिल करते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है। भाजपा को भी 29 सीटों पर जीत मिली है जबकि महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी सिर्फ तीन सीटों पर सिमट गई है। उत्तर प्रदेश में बड़ी ताकत मानी जाने वाली समाजवादी पार्टी ने भी जम्मू-कश्मीर की 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे मगर पार्टी का काफी बुरा हाल हुआ है पार्टी के सभी प्रत्याशियों की जमानत जप्त हो गई।
जम्मू-कश्मीर में पार्टी का विस्तार करने के इरादे से चुनाव लड़ने वाली सपा के 16 प्रत्याशियों को तो पांच सौ वोट भी हासिल नहीं हो सके। केवल चार सीटें ही ऐसी थीं जिन पर पार्टी पांच सौ वोटों का आंकड़ा पार कर सकी। सपा के टिकट पर बांदीपुर से चुनाव लड़ने वाले गुलाम मुस्तफा को सबसे ज्यादा 1695 वोट हासिल हुए।
पार्टी के विस्तार के लिए कश्मीर में लड़ा चुनाव
समाजवादी पार्टी ने हरियाणा के विधानसभा चुनाव में अपना एक भी प्रत्याशी नहीं लड़ाया था मगर जम्मू-कश्मीर में पार्टी ने 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा है मगर इसके बावजूद पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने का फैसला किया था। सपा का जम्मू-कश्मीर में कोई जनाधार नहीं है और इसलिए पार्टी के फैसले पर हैरानी भी जताई गई थी।
इसके पीछे पार्टी की दलील थी कि वह अन्य राज्यों में भी पार्टी का विस्तार करना चाहती है। वैसे यदि चुनाव नतीजे को देखा जाए तो पार्टी का जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में बुरा हाल हुआ है। सपा ने हरियाणा में कांग्रेस से दो सीटों की डिमांड की थी मगर कांग्रेस ने सपा की इस डिमांड को पूरा नहीं किया। इसके बाद सपा ने हरियाणा में तो अपने प्रत्याशी नहीं उतारे मगर जम्मू-कश्मीर में पार्टी ने 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए थे।
सपा के सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त
जम्मू कश्मीर के चुनाव नतीजे के मुताबिक राज्य में चुनाव लड़ने वाले सभी 20 सपा प्रत्याशियों को करारी हार का सामना करना पड़ा है। सभी की जमानत जब्त हो गई। 16 प्रत्याशियों का तो हाल यह रहा कि वे पांच सौ मतदाताओं का भी समर्थन नहीं हासिल कर सके। 19 प्रत्याशी एक हजार का आंकड़ा भी नहीं पार कर सके। पार्टी के सिर्फ एक प्रत्याशी को एक हजार से अधिक वोट मिले हैं।
बांदीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले गुलाम मुस्तफा को 1695 मतदाताओं का समर्थन मिला है। पार्टी के तीन प्रत्याशियों को पांच सौ से अधिक मतदाताओं ने वोट दिया है। वैसे जम्मू-कश्मीर में सपा का कोई जनिधार नहीं रहा है और इसलिए सियासी जानकारों को सपा के इतने खराब प्रदर्शन पर कोई हैरानी भी नहीं हुई है।
हरियाणा में कांग्रेस को ले डूबा अति आत्मविश्वास
इस बीच सपा ने हरियाणा में कांग्रेस की चुनावी हार पर बड़ी टिप्पणी भी की है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामेई का कहना है कि हरियाणा में अति आत्मविश्वास कांग्रेस को ले डूबा। कांग्रेस की राज्य इकाई को राज्य में जीत हासिल करने का पूरा भरोसा था मगर भाजपा ने कांग्रेस के सारे दांव फेल कर दिए। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन का दौर है। यदि कांग्रेस ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को बुलाकर अहिरवार क्षेत्र में सभा कराई होती तो कांग्रेस को यह दिन नहीं देखना पड़ता।