खुशखबरी! वैज्ञानिकों ने खोज निकाला कोरोना का तोड़, बनाया ऑल इन वन टीका, जो हर वैरिएंट से लड़ने में होगा सक्षम

Covid Vaccine: अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिकों ने मिलकर ऐसा ऑल इन वन टीका बनाया है। ये टीका ओमिक्रॉन, डेल्टा समेत कोरोना के कई वैरिएंट से बचाव में कारगर साबित हो सकता है।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-05-07 15:32 IST

वैज्ञानिकों ने खोज निकाला कोरोना का तोड़  (photo: social media )

Covid Vaccine: वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरल के हर वैरिएंट पर कारगर रहने वाली एक वैक्सीन बनाई है। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में दुनिया की प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ के साइंटिस्ट की एक टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने कोरोना को मात देने के लिए नया All-in-One डोज विकसित किया है। उम्मीद है कि यह डोज इंसानों को कोरोना वायरस के हर वैरिएंट से बचा सकता है। इनमें वे वैरिएंट भी शामिल हैं, जो अभी तक सामने नहीं आए हैं।

दरअसल, कोरोना को लेकर यह सामने आया है कि यह वायरस अपने स्वरूप में लोगों की मुश्किलें बढ़ाता है। इस वायरस से बचाव केवल वैक्सीन से ही संभव हो सकता है।

अब अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिकों ने मिलकर नई ऑल इन वन वैक्सीन खोजी है। ये वैक्सीन ओमिक्रॉन, डेल्टा, अल्फा, गामा, एक्स समेत कोरोना के सभी वैरिएंट से बचा सकती है।

साइंटिस्ट का यह रिसर्च सोमवार को ‘नेचर नैनोटेक्नोलॉजी’ में पब्लिश हुआ है, जिसमें कहा गया है कि यह नई खोज वैक्सीन डेवलपमेंट के दृष्टिकोण प्रोएक्टिव वैक्सीनोलॉजी पर आधारित है, जिसने चूहों में आशाजनक परिणाम दिखाए हैं। यह अध्ययन ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और अमेरिका में कैलटेक के शोधकर्ताओं ने मिलकर की है, जिसमें कोरोनावायरस के आठ अलग-अलग वैरिएंट पर इसके प्रभाव की जांच भी की गई। इसमें SARS-CoV-2 भी शामिल है जो COVID-19 के प्रकोप का कारण बना था और कई वैरिएंट जो वर्तमान में हवा में घूम रहे हैं और मनुष्यों में फैलने और महामारी पैदा करने की क्षमता रखते हैं।

कोरोनावायरस से बचाएगी नई डोज

कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के फार्माकोलॉजी विभाग में ग्रेजुएट रिसर्चर रोरी हिल्स ने कहा, हमारा ध्यान एक ऐसी डोज बनाने पर है, जो हमें अगले कोरोनोवायरस से बचाएगा। हमारी इसे जल्द तैयार करने की कोशिश है। उदाहरण के लिए नए डोज में ैSARS-CoV-1 कोरोनावायरस शामिल नहीं है, लेकिन फिर भी उस वायरस के प्रति इंसानों में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमें नए कोरोना वायरस की महामारी आने तक इंतजार नहीं करना चाहिए।


जो वैरिएंट सामने नहीं आए, उनसे भी बचाएगा यह टीका

हिल्स ने कहा, हमने एक डोज बनाया है जो विभिन्न प्रकार के कोरोना वायरस से सुरक्षा प्रदान करता है, जिनमें वे वैरिएंट भी शामिल हैं जिनके बारे में हम अभी तक नहीं जानते हैं। इसकी प्रभावशीलता की कुंजी यह है कि जिन विशिष्ट वायरस क्षेत्रों पर टीका लगाया जाता है, वे कई संबंधित कोरोना वायरस में भी दिखाई देते हैं। इन क्षेत्रों पर हमला करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रशिक्षित करके, यह वैक्सीन में प्रतिनिधित्व नहीं किए गए अन्य कोरोनवायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है, जिनमें वे भी शामिल हैं जिनकी अभी तक पहचान भी नहीं की गई है।

उन्होंने कहा, हमें कोरोना के नए वैरिएंट का इंतजार नहीं करना है. रिपोर्ट के वरिष्ठ लेखक और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के फार्माकोलॉजी विभाग में प्रोफेसर मार्क हॉवर्थ ने कहा, हम कोरोना और उनके प्रति विभिन्न प्रतिरक्षा के बारे में पर्याप्त जानकारी रखते हैं। हम अब कोरोना के खिलाफ सुरक्षात्मक टीके को तैयार कर सकते हैं।


भविष्य के लिए बेहतर काम करने की जरूरत-

उन्होंने कहा, वैज्ञानिकों ने पिछली महामारी के दौरान एक अत्यंत प्रभावी कोविड वैक्सीन का त्वरित उत्पादन करने में बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन दुनिया में अभी भी भारी संख्या में मौतों के साथ एक बड़ा संकट है। हमें इस पर काम करने की जरूरत है कि हम भविष्य में इससे भी बेहतर कैसे कर सकते हैं और इसका एक शक्तिशाली घटक पहले से ही टीके बनाना शुरू कर रहा है।

नया ’क्वार्टेट नैनोकेज’ वैक्सीन नैनोपार्टिकल नामक संरचना पर आधारित है। लेटेस्ट स्टडी से पता चला है कि नई वैक्सीन व्यापक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बढ़ाती है। यहां तक कि उन चूहों में भी प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ी देखी गई है। नई वैक्सीन वर्तमान में अन्य की तुलना में डिजाइन में बहुत साधारण है। शोधकर्ताओं का मानना है कि इसे क्लीनिकल ट्रायल में तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि ऑक्सफोर्ड और कैलटेक ग्रुप द्वारा कोरोनोवायरस के खिलाफ ऑल-इन-वन वैक्सीन विकसित करने के पिछले काम में सुधार किया गया है। इस नए शोध को यूके की जैव प्रौद्योगिकी और जैविक विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा वित्त पोषित किया गया है।

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