वैरीफाइड प्रदर्शनकारी ही कर सकते हैं CAA का विरोध! लागू हुआ ये नियम
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में बैठे प्रदर्शनकारियों के लिए एक नया नियम लागू हुआ है। शाहीन बाग़ में एंट्री पर आईडी कार्ड की जरूरत होगी
दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में बैठे प्रदर्शनकारियों के लिए एक नया नियम लागू हुआ है। दरअसल, अब शाहीन बाग़ में एंट्री के लिए आईडी कार्ड की जरूरत होगी। बिना आईडी प्रूफ कोई भी शाहीन बाग़ में प्रवेश नहीं कर सकेगा। ऐसे में प्रदर्शन में शामिल होने वालों की भी जांच होगी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस इलाके में जगह जगह चेकिंग अभियान चलाएगी।
बिना आईडी कार्ड शाहीन बाग में एंट्री नहीं:
शाहीन बाग़ की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। इलाके में जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। यहां लगभग 50 दिनों से सीएए और एनआरसी के विरोध में हो रहे प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। इसके तहत अब चेकिंग के अलावा शाहीन बाग़ में आने वालों को आईडी कार्ड दिखाना होगा। बिना आईडी किसी को भी इलाके में एंट्री नहीं दी जाएगी।
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चार दिनों में फायरिंग की तीन घटनाएँ:
गौरतलब है कि बीते चार दिनों में जामिया और शाहीन बाग में 3 बार फायरिंग की वारदातें हुई हैं। पहले जामिया में एक युवक ने पहुंच कर गोली चला दी थी, जिसमें एक स्टूडेंट को गोली लग गयी थी। हालाँकि कि गोली चलाने वाले की गिरफ्तारी कर ली गयी थी। वहीं शाहीन बाग़ में शनिवार को एक व्यक्ति ने गन हवा में लहराते हुए फायरिंग की थी।
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इतना ही नहीं रविवार को जामिया में स्कूटी सवार दो युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई और मौके से फरार हो गये। इसी के मद्देनजर सुरक्षा को कड़ी कर आईडी के बिना प्रवेश न देने का फैसला लिया गया है।
डीसीपी को चुनाव आयोग ने हटाया:
बता दें कि शाहीनबाग़ और जामिया की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय को उनके पद से हटा भी दिया है। आयोग उनके काम से खुश नहीं था। वहीं नए अधिकारी की तैनाती के साथ ही उसे जामिया और शाहीन बाग़ में शांति व्यवस्था बनाये रखने की हिदायत दी गयी है।
जामिया में छात्रों ने उठाया सुरक्षा का जिम्मा:
इतना ही नही जामिया मिल्लिया इस्लामिया में स्टूडेंट्स ने खुद ही सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा ली है। छात्र परिसर में आने-जाने वाली गाड़ियों की खुद चेकिंग कर रहे हैं।