शाहजहांपुर केस! SIT पहुंची चिन्मयानंद के दरबार, कर रही ये सब
ताजा खबर मिल रही है कि एसआईटी पीड़ित परिवार की उपस्थिती में आश्रम के हॉस्टल को खंगाल रही है। साथ ही उस कमरे को भी खोला जा रहा है, जहां लड़की रहा करती थी। बताते चलें कि लड़की ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
नई दिल्ली: शाहजहांपुर केस में एक नया मोड़ आया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही है।
शाहजहांपुर केस की जांच कर रही विशेष जांच दल 'SIT' आज पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के आश्रम पर पहुंच गई है।
ताजा खबर मिल रही है कि एसआईटी पीड़ित परिवार की उपस्थिती में आश्रम के हॉस्टल को खंगाल रही है। साथ ही उस कमरे को भी खोला जा रहा है, जहां लड़की रहा करती थी। बताते चलें कि लड़की ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
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यह है मामला...
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने 24 अगस्त को वीडियो वायरल कर उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। मामला सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान में लिया।
कोर्ट के आदेश पर एसआइटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। छात्रा के पिता की ओर से स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का मुकदमा, जबकि स्वामी के अधिवक्ता की ओर से अज्ञात के खिलाफ पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज है।
स्वामी चिन्मयानंद एक नजर…
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स्वामी चिन्मयानंद का जन्म 3 मार्च 1947 को यूपी के गोंडा जिले में हुआ था। वे अवध के राजघराने से संबंध रखते हैं। युवावस्था में उन्होंने बुद्ध और महावीर से प्रभावित होकर राजघराने से अपने को अलग कर लिया। वो अविवाहित हैं, स्वामी चिन्मयानंद ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमए की शिक्षा ग्रहण किया है।
इसके साथ ही स्वामी चिन्मयानंद ने तंत्र, फिलॉस्फी और योग में महारत हासिल की है। राजनीति सफर इनका सुहावना रहा है। वाजपेयी सरकार में ये गृहराज्यमंत्री बनाए गए थे। 1991 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चिन्मयानंद बदायूं से जीत हासिल करके संसद पहुंचे थे। 1998 में इन्होंने मछलीशहर से जीत हासिल की। इसके बाद 1999 के चुनाव में इन्होंने जौनपुर सीट से जीत हासिल की।