Delhi Election 2025: दिल्ली में भाजपा इस दिग्गज पर लगा सकती है दांव, रणनीति के पीछे क्या है कारण और पार्टी को क्या होगा फायदा

Delhi Election 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन 10 जनवरी से शुरू हो चुका है और नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी है।;

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2025-01-13 11:21 IST

Smriti Irani  (photo: social media ) 

Delhi Election 2025: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा इस बार पूरी ताकत लगाकर पिछले 27 साल का सूखा खत्म करने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा ने अभी तक दो सूचियों में 58 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है मगर 12 सीटों पर पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भाजपा ने अभी तक कई प्रमुख चेहरों को चुनावी जंग में उतारकर आम आदमी पार्टी को घेरने का प्रयास किया है। अब पार्टी बाकी बची सीटों में एक दिग्गज नेता को उतार कर सबको चौंका सकती है।

जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री और चर्चित टीवी कलाकार रह चुकी स्मृति ईरानी को दिल्ली के विधानसभा चुनाव की जंग में उतार सकती है। सूत्रों के मुताबिक स्मृति ईरानी को ग्रेटर कैलाश या दिल्ली कैंट सीट से चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है। यदि भाजपा की ओर से यह कदम उठाया गया तो दिल्ली की चुनावी जंग काफी रोचक हो सकती है। माना जा रहा है कि स्मृति ईरानी की उम्मीदवारी से भाजपा को नई ताकत मिलेगी और पार्टी को महिला वोट बैंक का भी फायदा मिल सकता है।

12 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान बाकी

दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन 10 जनवरी से शुरू हो चुका है और नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी है। ऐसे में माना जा रहा है कि बाकी बची 12 सीटों पर भाजपा की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है। आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान काफी पहले ही कर दिया था जबकि भाजपा अभी तक 29-29 प्रत्याशियों की दो सूचियां जारी कर चुकी है।

भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बाकी बची सीटों पर कुछ पेंच फंसा हुआ है। इसलिए नाम घोषित करने में विलंब हो रहा है। कुछ सीटों पर एक से अधिक मजबूत दावेदार होने के कारण प्रत्याशियों का नाम फाइनल करने में दिक्कत आ रही है मगर पार्टी जल्द ही आखिरी सूची में सभी सीटों पर अपने पत्ते खोल सकती है।


स्मृति ईरानी के नाम से चौंका सकती है भाजपा

यदि पार्टी ने स्मृति ईरानी को चुनावी अखाड़े में उतार दिया तो यह पार्टी नेतृत्व का काफी चौंकाने वाला फैसला होगा। स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी में हराकर सनसनी फैला दी थी। 2019 में स्मृति ईरानी को राहुल गांधी के खिलाफ करीब 55 हजार वोटों से जीत हासिल हुई थी मगर 2024 के चुनाव में स्मृति ईरानी को कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल के सामने हार का सामना करना पड़ा था।

स्मृति ईरानी ने 2009 में दिल्ली में चांदनी चौक लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था। स्मृति ईरानी को जोरदार भाषण देने वाली तेजतर्रार महिला माना जाता है। वे कई मौका पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोल चुकी हैं।


क्या है पार्टी की रणनीति और क्या होगा फायदा

भाजपा सूत्रों का कहना है कि स्मृति ईरानी के चुनाव लड़ने से दिल्ली भाजपा को मजबूती मिलेगी और पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार होगा। इसके साथ ही दिल्ली की जनता के बीच उन्हें भाजपा के चेहरे के रूप में भी स्वीकार किया जा सकता है। महिला मतदाताओं को साधने में भी पार्टी को बड़ी मदद मिल सकती है। भाजपा ने इस बार समीकरणों को साधने के लिए कई सीटों पर अपने प्रमुख चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है। नई दिल्ली सीट पर पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को टिकट दिया है तो कालकाजी में मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को अपना प्रत्याशी बनाया है।


भाजपा सूत्रों के मुताबिक स्मृति ईरानी को ग्रेटर कैलाश चुनाव क्षेत्र से चुनावी अखाड़े में उतारा जा सकता है। इस सीट पर आप की मजबूत पकड़ मानी जाती है और 2013 से ही सीट पर आप के सौरभ भारद्वाज चुनाव जीत रहे हैं। स्मृति ईरानी के चुनाव मैदान में उतरने से सौरभ भारद्वाज को जीत का चौका लगाने से रोका जा सकता है।

Tags:    

Similar News