Tirupati Mandir:तिरुपति मंदिर परिसर में मची भगदड़, 6 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
Tirupati Mandir: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को एक दुखद घटना घटी, जब वैकुण्ठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के कारण 6 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।;
Tirupati Mandir: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को एक दुखद घटना घटी, जब वैकुण्ठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इस भगदड़ के कारण 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह घटना मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी के दौरान हुई। पुलिस और मंदिर प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। भगदड़ के कारण तिरुपति मंदिर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और श्रद्धालु हादसे की सूचना पाकर हैरान रह गए।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को घायलों के लिए उचित राहत उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मृतकों में एक की पहचान मल्लिका के रूप में हुई है।तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू एक आपात बैठक कर रहे हैं, जिसके बाद वे मीडिया से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री ने घायलों को इलाज मुहैया कराने की स्थिति के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, "मुख्यमंत्री जिला और टीटीडी अधिकारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और राहत उपायों के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।" गौरतलब है कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी, जे श्यामला राव ने 10 से 19 जनवरी 2025 तक वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए व्यवस्था की योजना प्रस्तुत की थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आम तीर्थयात्रियों को वैकुंठ द्वार दर्शन देना टीटीडी की प्रमुख प्राथमिकता है। राव ने बताया कि सात लाख भक्तों को समायोजित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। वैकुंठ द्वार 10 दिनों तक खुला रहेगा, जिसमें सभी तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक दर्शन अनुभव सुनिश्चित किया जाएगा। 10 जनवरी को प्रोटोकॉल दर्शन सुबह 4:30 बजे से शुरू होगा, और फिर सुबह 8 बजे सामान्य दर्शन शुरू होगा।