... तो इसलिए सौंपी गई सुष्मिता देव को महिला कांग्रेस की कमान !
सुष्मिता देव कांग्रेस में राहुल गांधी की कोर टीम के सक्रिय सदस्यों में हैं। 45 साल की सुष्मिता लोकसभा में असम की सिलचर सीट से सांसद हैं।
नई दिल्ली : सुष्मिता देव कांग्रेस में राहुल गांधी की कोर टीम के सक्रिय सदस्यों में हैं। 45 साल की सुष्मिता लोकसभा में असम की सिलचर सीट से सांसद हैं और सबसे अहम बात उनके पक्ष में यह है कि वे पूर्वोत्तर से दिग्गज कांग्रेस नेता रहे दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष मोहन देव की बेटी हैं। बता दें कि कांग्रेस ने अपने संगठन में बड़ा फेरबदल किया है। कांग्रेस ने सुष्मिता देव को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। अब तक महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाल रही शोभा ओझा को हटा दिया गया है।
पेशे से वकालत कर चुकीं सुष्मिता आक्रामक छवि की हैं। संसद की तेज तर्रार वक्ता भी हैं और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं के पैनल में हैं। संसद में सरकार के खिलाफ काफी आक्रामक हैं।
बता दें कि 24 जुलाई को जिन छह कांग्रेस सांसदों को लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने संसद में व्यवधान डालने और अपनी कुर्सी की ओर कागज उछालने के आरोप में 5 दिन के लिए लोकसभा से निलंबित किया था उनमें सुष्मिता देव भी शामिल थीं।
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महिला कांग्रेस में उर्जावान कार्यकर्ताओं को लाना और सड़कों पर आंदोलन में बढ़ चढ़कर पार्टी को आगे लाना सुष्मिता के सामने बड़ी चुनौती है। राहुल गांधी के समक्ष सबसे बड़ा काम अगले 1 साल के भीतर आने वाला है जब देशभर में महिलाओं के बीच जाकर 2019 के आम चुनावों की तैयारी में उन्हें कांग्रेस के पक्ष में लामबंद करना है।
सुष्मिता देव की पार्टी महिला विंग की प्रमुख के पद पर तैनाती का दूसरा सबसे अहम कारण पूर्वोत्तर में कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से मिल रही चुनौतियों का मुकाबला करना है।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने असम के हाल के दौरे के क्रम में ऐलान किया था कि अब पूर्वोत्तर को कांग्रेस मुक्त किया जाएगा। मणिपुर में बीजेपी ने छह महीने पहले जोड़ तोड़ से सरकार तो बना ली लेकिन अपने बूते पर असम समेत पूर्वोत्तर के किसी प्रदेश में सरकार बनाना बीजेपी के लिए मुश्किलों भरा काम है।