तेज प्रताप की चोट पर ऐश्वर्या का मरहम

Update:2018-07-06 12:22 IST

पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा है, यह तय है। इसके लक्षण महागठबंधन (राजद-जदयू-कांग्रेस) सरकार बनते समय भी सामने आए थे, लेकिन चर्चा होकर रह गई। इस बार चर्चा आगे बढ़ गई है। तब, छोटे भाई के उपमुख्यमंत्री बनाए जाने और बड़े (खुद) को कुछ नहीं मिलने से तेज प्रताप की नाराजगी की बात आई थी। जितने मुंह, उतनी बातें- राजद में लालू प्रसाद के करीबी लोग उस समय इसी तरह की बात कर रहे थे। यह बातें दब गईं, लेकिन ताजा प्रकरण शांत होता नहीं दिख रहा है। राजद की राजनीति में तेज प्रताप यादव लगातार चोटिल हो रहे हैं और हालत यह है कि वह अपना दर्द बताकर फिर खुद को पूरी तरह सहज बताने को मजबूर हैं। पार्टी का इसपर कोई रुख सामने नहीं आ रहा, हालांकि तेज प्रताप की नई-नवेली पत्नी को पोस्टरों के जरिए प्रोजेक्ट कर मरहम लगाने का प्रयास शुरू हो गया है।

पोस्टर पर देवर-भाभी, भइया आए मंच पर

5 जुलाई को राष्ट्रीय जनता दल के 22वें स्थापना दिवस के मंच पर लालू-राबड़ी के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई तेजस्वी से बातचीत करते नजर आए, लेकिन इससे पहले इस आयोजन की तैयारी में तेज प्रताप का नाम पूरी तरह गायब था। आयोजन की तैयारी करीब एक महीने से चल रही थी। इसके लिए हफ्तभर पहले बोर्ड-बैनर भी लग गए। जिस समय इधर बोर्ड-बैनर बन रहे थे, लगभग उसी समय तेज प्रताप ने अपने एक दौरे का जिक्र करते हुए फेसबुक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दर्द बयां किया था कि माता-पिता उनकी बातों को नहीं सुनते-समझते हैं। इस पोस्ट के कुछ ही घंटे में इतना बवाल हुआ कि तेज प्रताप ने अपना एकाउंट हैक कर यह सब लिखे जाने की बात कह डाली। इसके बाद राजद के अंदर, खासकर लालू परिवार में डैमेज कंट्रोल शुरू हुआ। तब तक स्थापना दिवस के कार्ड छपकर बंट चुके थे, इसलिए होर्डिंग के जरिए यह डैमेज कंट्रोल कर सबकुछ नॉर्मल दिखाने का हर संभव प्रयास किया गया।

इसी प्रयास के तहत राजद मुख्यालय के आसपास होर्डिंग पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती के बीच तेज प्रताप की नवविवाहिता दुल्हन ऐश्वर्या राय की तस्वीर भी नजर आने लगी। ज्यादातर पोस्टरों में पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान नेता-प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की तस्वीर सबसे बड़ी नजर आई। तेज प्रताप यादव जहां नजर भी आए, वहां छोटी तस्वीरों में। इन्हीं बातों के कारण तेज प्रताप यादव को बाद में आकर सफाई भी देनी पड़ी कि परिवार में सब एकजुट हैं। तेज प्रताप ने खुद को कृष्ण और तेजस्वी को अर्जुन कहते हुए राजद के स्थापना दिवस कार्यक्रम में उपस्थित रहने की बात कही और वे वहां नजर भी आए।

आमंत्रण पत्र में सारे हैं, तेज प्रताप को छोड़ कर

यह बवाल होता ही नहीं। सुर्खियों में तेज प्रताप यादव आए और स्थापना दिवस तक लालू-राबड़ी परिवार को लेकर चर्चा रही, उसकी मूल वजह आमंत्रण पत्र है। राजद के 22वें स्थापना दिवस पर प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन की ओर से जारी आमंत्रण पत्र में भागलपुर तक के नेता का नाम था, लेकिन लालू-राबड़ी के बड़े बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप का नाम नहीं।

पार्टी के राज्य कार्यालय में प्रस्तावित कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में लिखा था कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव समारोह का उद्घाटन करेंगे। समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह, पूर्व सांसद जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, कांति सिंह, सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, बुलो मंडल सहित अन्य सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी और नेता उपस्थित रहेंगे।

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