Land For Job Scam Case: हाई कोर्ट पहुंचे बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव, CBI की तरफ से जारी समन पर रोक की मांग
Land For Job Scam Case: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कथित 'जमीन के बदले नौकरी' मामले में सीबीआई के समन खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है।
Land For Job Scam Case: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने 'जमीन के बदले नौकरी' मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के समन के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) का रुख किया है। तेजस्वी ने हाई कोर्ट से सीबीआई के समन पर रोक लगाने की मांग की है। बता दें, सीबीआई ने कथित घोटाला मामले में पूछताछ के लिए राजद नेता के खिलाफ समन जारी किया है।
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केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने मार्च में तेजस्वी यादव को तीन बार पूछताछ के लिए नोटिस दिया है। अधिकारियों के अनुसार, 'नौकरी के बदले जमीन घोटाला' (Land For Job Scam Case) मामले में तेजस्वी यादव मंगलवार (14 मार्च) को तीसरी बार CBI की पूछताछ में शामिल नहीं हुए। इससे पहले 4 मार्च और 11 मार्च को भी तेजस्वी पूछताछ के लिए अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए।
कुछ राहत भी मिली लालू परिवार को
'जमीन के बदले नौकरी' मामले की जांच के तहत इसी महीने लालू यादव के परिवार और करीबियों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ और छापेमारी से गुजरना पड़ा है। वहीं, बुधवार (15 मार्च) को तेजस्वी यादव के लिए राहत इस रूप में आई कि 'लैंड फॉर जॉब स्कैम' मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) ने बिहार के पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav), उनकी पत्नी राबड़ी देवी (Rabri Devi) और बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) को 50 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
भारी मात्रा में नकदी और सोने मिले थे
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने 10 मार्च को जमीन के बदले नौकरी मामले में लालू यादव से संबंधित 24 ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान यादव परिवार और उनके करीबियों के परिसरों में छापे मारे गए थे। अगले दिन ED ने ट्वीट कर जानकारी दी कि, छापेमारी में 1 करोड़ रुपए नकदी, 1900 यूएस डॉलर सहित विदेशी मुद्रा, 540 ग्राम सोना और डेढ़ किलो ज्यादा सोने के जेवरात बरामद हुए हैं।
इतना ही नहीं ED ने ये भी बताया था कि, तलाशी में करीब 600 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला है। गौरतलब है कि, CBI ने पिछले साल 18 मार्च को लालू यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उन पर आरोप है कि जब लालू देश के रेल मंत्री थे, तब नौकरी देने के एवज में उन्होंने लोगों से सस्ती दर पर जमीन हासिल की थी।