अमेरिका ने बताया भारत के साथ टू प्लस टू वार्ता क्यों है अहम
भारत औऱ अमेरिका के बीच अगले सप्ताह (18 दिसम्बर को) को होने वाली टू प्लस टू वार्ता राजनयिक और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बेहद अहम है।
नई दिल्ली: भारत औऱ अमेरिका के बीच अगले सप्ताह (18 दिसम्बर को) को होने वाली टू प्लस टू वार्ता राजनयिक और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बेहद अहम है। अगले सप्ताह होने वाली टू प्लस टू वार्ता में आतंकवाद से मुकाबले करने के विभिन्न समाधानों और विज्ञान के क्षेत्र में विस्तार करने पर चर्चा होगी।
ये बयान गुरुवार को अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस की ओर से सामने आया है। मॉर्गन ऑर्टागस ने कहा है कि ये मंत्रिस्तरीय टू प्लस टू वार्ता हमारी (भारत-अमेरिका) बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है और ये एक अहम राजनयिक एवं सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच के तौर पर कार्य करता है।
यह भी पढ़ें: निर्भया केस: बस कुछ देर में होगी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई, दया याचिका खारिज
आपको बता दें कि, इससे पहले भी अमेरिका की ओर एक बयान सामने आया था, जिसमें कहा गया था कि इस वार्ता में मानवाधिकारों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं होगी। इसे नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 से जोड़कर देखा जा रहा था।
दरअसल, बुधवार को दक्षिण और मध्य एशिया की कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी. वेल्स ने पूर्व राष्ट्रपति ड्वाइट डेविड आइजनहावर की भारत की ऐतिहासिक यात्रा की 60वीं सालगिरह पर एक कार्यक्रम में कहा था कि, अगले सप्ताह होने वाली टू प्लस टू वार्ता में मानवाधिकारों पर चर्चा नहीं की जाएगी।
बता दें कि, टू प्लस टू वार्ता के लिये विदेश मत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 17 दिसम्बर को वाशिंगटन जाएंगे और 18 दिसम्बर को दोनों की अमेरिकी रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच यह बातचीत होगी।
यह भी पढ़ें: भारत की बड़ी जीत: PAK ने इस विश्व विख्यात मंदिर के दरवाजे हिन्दुओं के लिए खोले