Ujjwal Kumar Upkar: इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ उज्जवल ने BPSC में किया टॉप, इस IPS अफसर से मिली प्रेरणा
Ujjwal Kumar Upkar: उज्ज्वल कुमार उपकार बिहार के सीतामढ़ी जनपद के नानपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने सीतापुर के सरकारी विद्यालय से अपनी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा हासिल की।
BPSC Topper Ujjwal Kumar Story: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 69वीं सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। बीपीएससी परीक्षा में सीतामढ़ी के उज्जवल कुमार ने टॉप किया है। सर्वेश कुमार दूसरे और शिवम तिवारी ने तीसरा स्थान हासिल किया है। बीपीएससी परीक्षा में कुल 470 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। बीपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाले उज्जवल कुमार वर्तमान में हाजीपुर में प्रखंड कल्याण अधिकारी हैं। उज्जवल कुमार ने अफसर बनने के बाद भी कड़ी मेहनन जारी रखी और सफलता को हासिल किया। आइए जानते हैं कौन हैं बीपीएससी टॉप करने वाले उज्जवल कुमार।
उज्ज्वल कुमार उपकार बिहार के सीतामढ़ी जनपद के नानपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने सीतापुर के सरकारी विद्यालय से अपनी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा हासिल की। उनके पिता एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। वहीं उज्जवल की मां आंगनबाड़ी सेविका हैं। उज्ज्वल कुमार उपकार वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड में ट्रेनिंग के बाद बतौर कल्याण प्राधिकारी चार माह से तैनात हैं। उज्जवल कुमार 67 बैच के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी हैं।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उज्जवल ने नौकरी की। लेकिन उनका नौकरी में मन नहीं लगा और उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। इंजीरियरिंग की नौकरी छोड़ने पर लोग उज्जवल के माता-पिता को ताना भी मारते थे कि उनका बेटा कुछ कर नहीं पाएगा। लेकिन उज्जवल ने अपने प्रखंड कल्याण अधिकारी और फिर बीपीएससी परीक्षा में टॉप कर सभी को करारा मौन जवाब दिया है। उज्जवल बचपन से ही पुलिस अफसर बनने का सपना देख रहे थे। इसीलिए बीपीएससी टॉप करने के बाद वह डीएसपी बनेंगे।
इस आईपीएस अधिकारी से मिली प्रेरणा
बीपीएससी परीक्षा में टॉप कर पुलिस सेवा में जाने वाले उज्जवल कुमार को आईपीएस शिवदीप लांडे से पुलिस अफसर बनने की प्रेरणा मिली। पटना में पढ़ाई के दौरान उज्जवल ने आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे को देखा। जिसके बाद उन्होंने ठान लिया कि एक दिन वह भी वर्दी पहन लोगों की सेवा करेंगे। इसके बाद उन्होंने मेहनत और लगन से पढ़ाई की और फिर तीसरी बार में सफलता हासिल की। उज्जवल कुमार की सफलता की कहानी युवाओं को यह प्रेरणा देती है कि यदि कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो सफलता के रास्ते में कोई भी बाधा नहीं आ सकती है।