Manipur Violence: मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, भीड़ ने एसपी ऑफिस पर किया हमला, 5 दिन के लिए इंटरनेट बंद
Manipur Violence: उपद्रवियों ने जमकर पत्थरबाजी की और आसपास खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो उपद्रवी मारे गए और करीब 25 जख्मी हुए हैं।
Manipur Violence: उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में एकबार फिर हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से हिंसा में अचानक वृद्धि हुई है। गुरुवार देर रात को करीब 400 लोगों की भीड़ ने चूराचांदपुर जिले में एसपी ऑफिस पर हमला कर दिया। उपद्रवियों ने जमकर पत्थरबाजी की और आसपास खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दो उपद्रवी मारे गए और करीब 25 जख्मी हुए हैं।
मणिपुर पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 15 फरवरी की देर रात हथियारों से लैस एक भीड़ ने चूराचांदपुर जिले के पुलिस अधीक्षक के ऑफिस पर हमला बोल दिया। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) सहित दूसरे सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और आंसू गैस के गोले दागे। जिसके बाद उपद्रवियों को वहां से भागना पड़ा।
पांच दिन के लिए इंटरनेट बंद
ताजा हिंसा के बाद चूराचांदपुर जिले में एकबार फिर इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। ये रोक पांच दिन के लिए लगाई गई है। कुकी-जो जनजाति बहुल चूराचांदपुर वही जिला है, जहां से बीते साल मई में जातीय हिंसा की शुरूआत हुई थी। यहां हथियारबंद लड़ाकों ने जमकर उत्पात मचाया था। लंबे समय बाद यहां के हालात सामान्य हुए थे जो अब एकबार फिर बिगड़ता दिख रहा है।
गुरुवार रात हुई हिंसा की क्या है वजह
मणिपुर पुलिस ने बताया कि कल रात की हिंसा एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड किए जाने के विरोध में हुई। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को हेड कॉन्स्टेबल सियामलालपॉल का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वो हथियारबंद लोगों के साथ दिखाई दिए थे। इसके बाद चूराचांदपुर एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। एसपी की इस कार्रवाई का कुछ लोगों न विरोध करना शुरू कर दिया और सियामलालपॉल को फिर से बहाल करने की मांग की।
फिर से खराब हो रहे हालात
मणिपुर में पिछले कुछ दिनों में हिंसक घटनाओं में इजाफा हुआ है। फिर से पुलिस और सुरक्षाबलों से हथियार लूटने की कोशिश की जा रही है। मंगलवार को इंफाल ईस्ट में एक पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर उपद्रवियों ने हमला कर हथियार लूटने की कोशिश की। इस दौरान सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक उपद्रवी मारा गया, जबकि तीन घायल हुए। इससे पहले तेजपुर इलाके में इंडियन रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर हमला कर कई हथियार लूट लिए गए थे।
बता दें कि मणिपुर में जातीय हिंसा की शुरूआत 3 मई 2023 को हुई थी। राज्य की सबसे बड़ी आबादी मैतेई और जनजाति कुकी-जो के बीच चला आ रहा लंबा विवाद भीषण संघर्ष में तब्दील हो गया। दोनों जातीय समूहों के हथियारबंद लोगों ने निहत्थे लोगों को उनकी पहचान के आधार पर निशाना बनाया। इस हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए और 1100 से ज्यादा जख्मी हुए। कई अब भी लापता हैं। 65 हजार लोगों को अपना घर-बार छोड़कर अन्य जगहों पर शरण लेना पड़ा।