मौसम में बदलाव: अगले 2 दिनों तक यहां मूसलाधार बारिश और बर्फबारी का अनुमान
अगले 2 दिनों तक पंजाब से लेकर गुजरात तथा दिल्ली और मध्य प्रदेश के तापमान में गिरावट की संभावना है। 7 मार्च तक मौसम जम्मू कश्मीर से लेकर उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी।
जयपुर : आज से देशभर में कई जगहों मौसम का मिजाज बदलने वाला है। ऐसा अनुमान है कि 6 मार्च से जम्मू कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक तेज बारिश और हिमपात हो सकती है। उत्तर भारत में अभी कुछ और तापमान गिर सकते हैं। दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ तथा मराठवाड़ा मैं चिलचिलाती धूप के साथ तेज गर्मी जारी रहेगी। गंगा के मैदानी क्षेत्रों में उत्तर पश्चिम दिशा से तेज हवाएं चलती रहेंगी। दिन के तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
कुछ हिस्सों में तेज हवाओं
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम विभाग का अनुमान है कि हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं (20-30 किमी प्रति घंटे) की संभावना है। अगले 2 दिनों तक मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ राजस्थान तथा गुजरात में कुछ तापमान गिर सकते हैं ।
यह पढ़ें...बस्ती: आरक्षण के बाद तेज हुआ सियासी खेल, अब नए चेहरे की तलाश शुरू
बारिश और बर्फबारी
अगले 2 दिनों तक पंजाब से लेकर गुजरात तथा दिल्ली और मध्य प्रदेश के तापमान में गिरावट की संभावना है। 7 मार्च तक मौसम जम्मू कश्मीर से लेकर उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी।
मौसम में बदलाव
इधर हरियाणा में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। एक तरफ जहां दिन में कड़ी धूप है तो वहीं रात के समय उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण ठंडक हो रही है मौसम विभाग के अनुसार 6 मार्च को दिन के तापमान में आमतौर पर हल्की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, लेकिन उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते रात्रि तापमान में हल्की गिरावट होने की संभावना है।7 मार्च को पहाड़ी क्षेत्र में हिमपात शुरू हो सकती है।
पंजाब व उत्तरी हरियाणा में बरसात के साथ ओलावृष्टि हो सकती है।8 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ का असर कमजोर हो जाएगा, लेकिन यदि ओलावृष्टि के साथ बरसात होती है तो ठंड और लंबे समय तक रह सकता है।
यह पढ़ें...पुस्तक मेला का शुभारंभ, डिप्टी CM बोले- ज्ञान के लिए किताबें ही प्रामाणिक माध्यम
किसानों को सलाह
बता दें सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वानुमान को देखते हुए कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि 8 मार्च तक किसान गेहूं में पानी ना लगाएं। क्योंकि सात मार्च को बरसात, ओलावृष्टि व तेज हवा चल सकती है। सिंचाई की तो गेहूं की फसल गिर सकती है, इससे उनके उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में इस पश्चिमी विक्षोभ के चले जाने के बाद गेहूं की फसल में पानी लगाने का निर्णय लें।
यहां बढने लगी तपिश
इधर राजस्थान का मौसम शुष्क है, लेकिन राज्य के कई जगहों पर पारा चढ़ने लगा है। घरों में रजाई कंबल की जगह अब पंखें चलने लगे।दिन में सूरज की बढ़ती तपिश में बाहर निकलना मुश्किल होने लगा है। साथ ही शाम होते होते मौसम में नरमी दिखने लगती है।