Ujjwal Nikam: जानिए कौन हैं वकील उज्ज्वल निकम? जिन्हें बीजेपी ने बनाया उम्मीदवार
Ujjwal Nikam: बीजेपी ने आज मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से पूनम महाजन का टिकट काटकर वकील उज्ज्वल निकम को उम्मीदवार घोषित किया है। आइए, जानते हैं कौन हैं चर्चित वकील उज्ज्वल निकम।
Ujjwal Nikam: बीजेपी ने मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से पूनम महाजन की टिकट काट कर चर्चित वकील उज्ज्वल निकम को अपना उम्मीदवार बनाया है। उज्ज्वल निकम ने आतंकी 26/11 के मुंबई हमले का मास्टरमाइंड अजमल कसाब को फांसी दिलाई थी।
आतंकवाद से जुड़े मामलों के मास्टर
बीजेपी की तरफ से घोषित उम्मीदवार उज्जवल निकम को आतंकवाद से जुड़े केसों का मास्टर माना जाता है। उज्ज्वल निकम के बारे में मुंबई में कहा जाता है कि वह जिस मामले को हाथ में ले लें उसमें गुनहगार को सजा होना तय है। आंकड़े भी उनकी इस काबिलियत को सही साबित करते हैं। वकील उज्जवल निकम पहली बार सूर्खियों में तब आए जब 26/11 के मुंबई हमले में एकमात्र पकड़ा गया जिंदा आतंकी अजमल कसाब का केस उनके हाथों में सौंपा गया। कोर्ट में चलती जिरह के बाद जब निकम बाहर आते तो मीडिया के सवालों का पूरी बेबाकी से जवाब देते। ऐसा लगता ही नहीं था कि वह देश के सबसे बड़े आतंकी मामले में सरकार की पैरवी कर रहे हैं। कई बार उन्हें अंडरवर्ल्ड और आतंकी संगठनों की ओर से धमकी भी मिली, लेकिन निकम बेखौफ होकर अपने काम में जुटे रहे। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड कसाब को दोषी ठहराने और उसे फांसी के तख्ते तक पहुंचाने में उज्ज्वल निकम ने बड़ी भूमिका निभाई थी।
पिता भी रहे हैं प्रसिद्ध वकील और जज
बता दें, उज्ज्वल निकम के पिता देवराओजी निकम भी मुंबई मालेगांव के प्रसिद्ध अधिवक्ता रहे हैं। उज्ज्वल निकम का जन्म महाराष्ट्र के मालेगांव में ही हुआ था। निकम ने जलगांव से लॉ की डिग्री ली और वहीं जिला अदालत में वकालत शुरू कर दी। तेज तर्रार उज्ज्वल निकम की पहचान जल्द ही एक क्रिमिनल लॉयर के रूप में बन गई। साथ ही उन्हें प्रदेश सरकार ने सरकारी वकील बना दिया।
निकम को मिली है Z सिक्योरिटी
आतंकी केसों में पैरवी करने की वजह से कई बार उन्हें अंडरवर्ल्ड की धमकियां भी मिली हैं। इन धमकियों के बाद केंद्र सरकार ने वकील उज्ज्वल निकम को जेड सिक्योरिटी देकर उनकी सुरक्षा बढ़ा दी। आज भी निकम के साथ एके 47 से लैस कमांडों उनकी सुरक्षा में मुस्तैद रहते हैं। शायद वह देश के एकलौते वकील हैं जिन्हें केंद्र सरकार की तरफ से Z कैटेगिरी की सिक्योरिटी प्रदान की गई है। साथ ही उनकी उपलब्धियों को देखते हुए बीते साल केंद्र सरकार ने उन्हें पदमश्री से सम्मानित भी किया।
मुंबई के तमाम बड़े मामलों में निकम ने की है पैरवी
मुंबई और महाराष्ट्र में आतंक और क्राइम के बड़े केसों में उज्ज्वल निकम ने ही सरकारी वकील के तौर पर पैरवी की है। 1997 में हुआ गुलशन कुमार हत्याकांड हो या मरीन ड्राइव रेप केस, जिसमें एक नाबालिग छात्रा से रेप करने वाले एक पुलिस कांस्टेबल को 12 साल की सजा सुनाई गई थी, इन सभी केसों में उज्ज्वल निकम ने अहम भूमिका निभाई है।
पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से की थी निकम को वकील बनाने की मांग
अधिवक्ता उज्ज्वल निकम की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुंबई के चर्चित मोहसिन शेख मर्डर मामले में उसके परिजनों ने सीएम देवेन्द्र फडणवीस को खत लिखकर उज्ज्वल निकम को ही सरकारी वकील नियुक्त करने की मांग की थी।