मोदी ने नहीं मांगी मनमोहन से माफी,कांग्रेसी सदन में करेंगे अगले सप्ताह हंगामा
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही गुजरात चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री मोदी की अशोभनीय टिप्पणियों पर कांग्रेस ने दो दिन से राज्यसभा
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही गुजरात चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री मोदी की अशोभनीय टिप्पणियों पर कांग्रेस ने दो दिन से राज्यसभा की कार्रवाई में जिस तरह से व्यवधान डाला और दिन भर संसद के दोनों सदनों में हंगामा मचाया और मोदी से क्षमायाचना करने की मांग की थी वह पूरा गुब्बारा मंगलवार को टांय-टांय फिस्स हो गया। राज्यसभा में भी कार्रवाई एकदम शांत हो गई और लोकसभा की तरह राज्यसभा भी शांत ढंग से चलने लगी।
राज्यसभा में मोदी की गलत टिप्पणियों को कांग्रेस इसलिए मुद्दा बना रही है क्योंकि मनमोहन सिंह जिन पर कथित आरोप लगाए गए हैं वे राज्यसभा के सदस्य हैं। उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के पूर्व सभापति हामिद अंसारी भी उस डिनर में शामिल हुए थे। कांग्रेस व विपक्ष के बाकी सदस्यों ने संसद सत्र आरंभ होते ही इस मसले को लेकर मोदी से माफी मांगने की जिद इसीलिए कर रखी है क्योंकि मनमोहन मौजूदा समय में राज्यसभा के सदस्य हैं। कांग्रेस व विपक्षी पार्टियों ने सदन के नियम 267 के अधीन कार्यस्थगन की मांग कर रखी है जिसके तहत उस दिन सदन के समस्त विधाई कार्यों को स्थगित करके नोटिस में व्यक्त मामले पर चर्चा कराई जाती है। इसमें कहा गया था कि देश के संर्वोच्च संवैधानिक पद पर रह चुके पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पूर्व सेना प्रमुख पर की गई टिप्पणियां पर मोदी के गलत आक्षेपों पर चर्चा कराई जाए।
लोकसभा में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस सदस्यों को यह कहते हुए शांत करने की कोशिश की कि अब तो चुनाव खत्म हो चुके हैं इसलिए उन्हें शांत हो जाना चाहिए।
संसद भवन में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और वित्त मंत्री अरुण जेटली की अलग से मुलाकात भी हुई लेकिन भाजपा में किसी को नहीं भरोसा नहीं कि मोदी वाकई चुनाव प्रचार में अपने आरोपों के लिए क्षमा मांगने को तैयार होंगे। संसद में व्याप्त गतिरोध पर इस मुद्दे पर सरकार से वार्ता करने के विरोधी कांग्रेसी सांसदों के गुट का कहना है कि अब तक ऐसा कोई रिकॉर्ड मोदी का नहीं है जिसके आधार पर यह भरोसा किया जाए कि प्रधानमंत्री मोदी ने अब तक कभी अपनी किसी गलत टिप्पणी पर क्षमा या प्रायश्चित किया हो।
राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडु ने इस मामले पर मंगलवार को सदन में विपक्षी कांगेस समेत विपक्ष के बाकी सदस्यों को निर्देश दिया कि सरकार के मंत्रियों को विपक्ष से बात करनी चाहिए। वेंकैया के इस दखल के बाद कांग्रेस सदस्य आश्चर्य ढंग से मान गए और शांतिपूर्ण ढंग से कार्रवाई में शामिल हो गए।
कांग्रेस संसदीय पार्टी राज्यसभा में कांग्रेस के फैसले पर दो फाड़ है। कांग्रेस का कहना है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर पीएम मोदी द्वारा चुनावी रैलियों में यह आरोप लगाना कि वे अहमद पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने के लिए मणिशंकर अय्यर के घर पाकिस्तानी उच्चायुक्त के साथ डिनर बैठक में शिरकत करने का बेबुनियाद आरोप लगाना मनमोहन सिंह की देशभक्ति पर सवाल उठाना और उनकी बेदाग छवि को लांछित करना है।
संसद में आगामी 22 तारीख के बाद चार दिन का अवकाश होगा। 27 दिसंबर को संसद की बैठक दोबारा होगा। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि 27 तारीख तक मोदी ने क्षमा याचना नहीं की तो उसी दिन आगे की रणनीति की घोषणा होगी और इस सत्र के बाकी बचे हुए दिन संसद नहीं चलने दी जाएगी।