Odisha Government: उड़ीसा सरकार का अहम फैसला, SC-ST छात्रों को उपलब्ध कराएगी फ्री मेडिकल और इंजीनियरिंग कोचिंग
कोचिंग हेतु छात्रों का चयन कक्षा 10 की मेरिट और लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार उड़ीसा में प्रतिवर्ष 30,000 से अधिक बच्चे कक्षा 10 की परीक्षा में बैठते हैं।
Odisha Government: उड़ीसा: सोमवार को उड़ीसा (Odisha) सरकार ने "छात्र प्रोत्साहन योजना" का शुभारंभ किया। जिसके तहत उड़ीसा में रह रहे तमाम SC और ST छात्रों को मुफ्त में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी हेतु कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
कोचिंग हेतु छात्रों का चयन कक्षा 10 की मेरिट और लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार उड़ीसा में प्रतिवर्ष 30,000 से अधिक बच्चे कक्षा 10 की परीक्षा में बैठते हैं।
उड़ीसा सरकार के अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार समूचे राज्य में 7 SC और ST उत्कृष्टता केंद्र (Centres of Excellence for SC and ST) खोले जाएंगे, जिसमें 320 छात्रों को हर साल मुफ्त मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की कोचिंग दी जाएगी। इस योजना के माध्यम से सरकार का मुख्य उद्देश्य वांछित छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित करना है।
"छात्र प्रोत्साहन योजना" के उद्घाटन के मौके पर मौजूद राज्यसभा सांसद डॉ अमर पटनायक ने MPLAD (Members of Parliament Local Area Development) फंड से छात्रों के लिए 200 टेबलेट दिए जो योजना के अंतर्गत छात्रों के उपयोग में आएंगे।
इस मौके पर सांसद अमर पटनायक ने कहा कि-" छात्र प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले मेधावी एससी और एसटी छात्रों के लिए 200 टेबलेट लेते हुए अपार खुशी हो रही है।"
इस योजना के अंतर्गत राज्य में कोचिंग एजेंसीज के साथ सरकार का करार सुनिश्चित हो चुका है। राज्य में यह कोचिंग एजेंसीज चयनित हुए एससी और एसटी छात्रों को खोले गए उत्कृष्टता केंद्र(Centre of Excellence) में मुफ्त मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराएंगी।
उड़ीसा प्रदेश की कुल जनसंख्या 4,19,74,218 है जिसमें से अनुसूचित जाति की आबादी 71,88,463 है । वहीं अनुसूचित जनजाति की आबादी 95,90,756 है। यानि कि राज्य की कुल आबादी का 17.1 फ़ीसद एससी हैं ।22.85 फ़ीसद एसटी हैं, वहीं राज्य की साक्षरता दर 72.9 फ़ीसद है।
आबादी में अधिक भागीदारी होने के चलते एससी और एसटी छात्रों पर सरकार का विशेष ध्यान देना एक सही कदम है। इसके द्वारा साक्षरता दर बढ़ने के साथ-साथ वंचित वर्गों तक शिक्षा का प्रचार प्रसार होगा। योग्य छात्रों को अपने सपनों को साकार करने और आगे की पढ़ाई जारी रखने को लेकर एक प्रोत्साहन मिलेगा।