Jharkhand: झारखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका, प्रदेश कार्य़कारी अध्यक्ष बंधु तिर्की की विधायकी खतरे में, जानें क्या है मामला

Jharkhand: सीबीआई कोर्ट ने झारखंड कांग्रेस के कार्य़कारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बंधु तिर्की को आय से अधिक संपत्ति के मामले में सजा सुनाई है।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-03-28 14:09 GMT

Ranchi: सोमवार को झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, आय से अधिक संपत्ति के मामले में झारखंड कांग्रेस के कार्य़कारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बंधु तिर्की (Former Minister Bandhu Tirkey) पर सीबीआई कोर्ट ( CBI Court) की गाज गिरी है। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने उन्हें इस मामले में दोषी पाते हुए तीन साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही तीन लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना नहीं देने पर उन्हें छह माह अतिरिक्त सजा काटनी होगी। इस सजा के ऐलान होने के साथ ही उनकी विधायकी खतरे में पड़ चुकी है।

क्या है मामला

राजधानी रांची के मांडर से विधायक बंधु तिर्की पूर्व सीएम मधु कोड़ा के सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। उनपर आरोप है कि इस दौरान उन्होंने आय से 6 लाख 28 हजार 698 रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित की। उनके खिलाफ पहली कार्रवाई एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानि एसीबी ने किया था। इसके बाद 2010 में सीबीआई (CBI) ने आय से अधिक संपत्ति मामले में कांड संख्या आरसी-5ए/10 के तहत केस दर्ज किया था। सीबीआई ने 12 दिसंबर 2018 को बनहौरा स्थित आवास से उन्हें गिरफ्तार किया गया था। करीब 40 दिन जेल में रहने के बाद हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। उस दौरान सूबे में भाजपा की सरकार थी। इस मामले में सीबीआई ने 16 जनवरी 2019 को आरोप गठित किया था।

जाएगी विधायकी, बेल मिलने की संभावना

सीबीआई कोर्ट द्वारा तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद कांग्रेस नेता बंधु तिर्की की विधानसभा की सदस्यता पर तलवार लटकने लगी है। कानून के अनुसार, दो साल से अधिक की सजा होने पर विधायकी स्वतः समाप्त हो जाती है। हालांकि इस मामले में उन्हें आज ही जमानत मिल सकती है। इसकी प्रकिया चल रही है. संभवतः वे आज जेल नहीं जाएंगे। लेकिन दो साल से अधिक सजा होने के कारण उनकी विधानसभा की सदस्यता अवश्य खत्म हो जाएगी।

जेवीएम छोड़ कांग्रेस में हुए थे शामिल

बंधु तिर्की झारखंड में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी (Former Chief Minister Babulal Marandi) की अगुवाई वाली झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर रांची के मांडर से विधायक निर्वाचित हुए थे। लेकिन चुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद कभी खांटी भाजपाई रहे बाबूलाल मरांडी की बीजेपी में वापसी एकबार फिर प्रश्सत हो गई।

पूर्व सीएम रघुवर दास की हार के बाद बीजेपी ने झारखंड विधानमंडल में उन्हें नेता प्रतिपक्ष बना दिया। मरांडी की बीजेपी में वापसी से नाराज बंधु तिर्की ने बगावत कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस में शामिल होते ही पार्टी ने उन्हें पुरस्कृत करते हुए प्रदेश कांग्रेस का कार्य़कारी अध्यक्ष बना दिया।

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