Jharkhand: लोहरदगा में जंगली हाथी का तांडव, 20 घंटे में 5 लोगों को कुचल डाला, डर ऐसा कि लाश उठाने तक नहीं जा पाए
Elephant Attack in Jharkhand: हाथी ने 20 घंटे के भीतर 5 लोगों को कुचलकर मार डाला। हाथी की उग्रता देख लोग सहम गए। बंगाल के बाकुड़ा से हाथी भगाने के लिए विशेषज्ञ टीम को बुलाया गया।
Elephant Attack in Jharkhand: झारखंड के लोहरदगा (Lohardaga News) में एक जंगली हाथी के उत्पात ने चंद घंटों में 5 लोगों की जान ले ली। हाथी के आतंक से जान गंवाने वालों में 3 महिलाएं शामिल हैं। ये घटना लोहरदगा के भंडरा प्रखंड (Bhandra block) मुख्यालय के निकट कशपुर गांव की है। मतंग हाथी के भय और आतंक की कल्पना आप इस बात से कर सकते हैं कि, गांव में उसकी मौजूदगी मात्र से लोग शव लेने के लिए भी नहीं जा पा रहे थे। हाथी के हमले में मरने वालों में झालो उरांव (28 वर्ष), नेहा देवी (20 साल) और लाल मोहन महतो (65 वर्ष) शामिल हैं।
झारखंड के लोहरदगा में हाथियों के झुंड से एक जंगली हाथी (Wild Elephant) भटक गया। जिसके बाद उसने मौत का तांडव मचा दिया। लोहरदगा के कशपुर गांव में लोग भय के साए में जी रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि, 3-4 की संख्या में हाथियों का एक झुंड जा रहा था। इसी से एक हाथी बिछड़ गया। जिसके बाद उसने क्षेत्र में हाहाकार मचा दिया। अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
मरने वाले सभी शौच के लिए निकले थे
भंडरा थाना क्षेत्र के कशपुर गांव के आसपास 4 ग्रामीणों तथा उससे पहले एक 35 वर्षीय महिला को हाथी ने कुचलकर मार डाला था। ग्रामीणों ने बताया कि मरने वाले सभी शौच के लिए सुबह के समय अपने घर से निकले थे। इसी दौरान हाथी ने एक के बाद एक सभी को कुचल दिया।
बंगाल से बुलाई गई एक्सपर्ट टीम
वन विभाग (Forest department) के गार्ड अभी मौके पर बने हुए हैं। हाथियों को भगाने का काम किया जा रहा है। गार्ड्स ने बताया ये हाथी काफी उग्र है। जिसे देखने के बाद बंगाल के बांकुड़ा से हाथी भगाने वाली एक्सपर्ट टीम बुलाई गई है। हालांकि, वन विभाग ग्रामीणों को लाउडस्पीकर के माध्यम से सचेत कर रही है। ताकि, कोई अन्य इस हाथी का शिकार न बने।
वन विभाग ने दी 25-25 हजार की सहायता
लोहरदगा के इस पूरे इलाके में भगदड़ की स्थिति है। लोग घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। हालांकि, वन विभाग की टीम हाथी को खदेड़ने के लिए शाम का इंतजार कर रही है। हाथी द्वारा कुचलने से हुई के बाद सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को 25-25 हजार रुपए की तत्काल सहायता राशि दी है।
हाथी के आतंक और इस घटना से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। वन विभाग के सभी बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच लोगों को सांत्वना दे रहे हैं। मगर, जिनके अपने की मौत हुई है उनका गुस्सा फूट पड़ा है।