Jharkhand New DGP: IPS अजय कुमार सिंह बने झारखंड के नये डीजीपी, जानें चुनाव आयोग ने क्यों की नियुक्ति

Jharkhand New DGP: आईपीएस अफसर अजय कुमार सिंह को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक नियुक्त कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने अजय कुमार सिंह की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिये हैं।

Update:2024-10-21 16:39 IST

आईपीएस अजय कुमार सिंह बने झारखंड के नये डीजीपी (न्यूजट्रैक)

Jharkhand New DGP: झारखंड कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अफसर अजय कुमार सिंह को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक नियुक्त कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने अजय कुमार सिंह की नियुक्ति के आदेश जारी कर दिये हैं। आईपीएस अजय कुमार सिंह (IPS Ajay Kumar Singh) को अनुराग गुप्ता की जगह तैनाती मिली है।

आईपीएस अजय कुमार सिंह 1989 बैच के अधिकारी हैं। तीन आईपीएस अफसरों के एक पैनल से उन्हें झारखंड के डीजीपी पद के लिए चुना गया था। राज्य सरकार के नाम भेजे जाने के बाद निर्वाचन आयोग ने नियुक्ति के आदेश जारी कर दिये। उल्लेखनीय है कि आईपीएस अनुराग गुप्ता को तत्काल प्रभाव से डीजीपी पद से हटा दिया गया है। झारखंड में अगले माह विधानसभा चुनाव होने हैं। आईपीएस अनुराग गुप्ता के खिलाफ लगातार मिल रही षिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है। 

आईपीएस अनुराग गुप्ता के खिलाफ पिछले चुनाव में काफी शिकायतें मिली थी। इन शिकायतों के चलते ही निर्वाचन आयोग ने उन्हें तत्काल प्रभाव से पुलिस महानिदेशक पद से हटाने का यह निर्णय लिया है। निर्वाचन आयोग ने यह निर्णय तब लिया है जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में आईपीएस अजय कुमार सिंह के सामने कई चुनौतियां हैं।

आईपीएस अनुराग गुप्ता के खिलाफ मिलीं शिकायतें

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने साल 2019 के आम चुनाव के दौरान आईपीएस अनुराग गुप्ता पर पक्षपातपूर्ण आचरण करने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के बाद उन्हें झारखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) के दायित्वों से मुक्त कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली में रेजिडेंट कमिश्नर के कार्यालय में तैनाती दी गयी थी।

साल 2019 में चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक आईपीएस अनुराग गुप्ता के झारखंड लौटने पर रोक लगा दी गई थी। यहीं नहीं इससे पूर्व भी राज्यपाल उपचुनाव के दौरान साल 2016 में अनुराग गुप्ता पर पद के दुरूपयोग करने का आरोप लगा था। उस समय वह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे। इस शिकायत के मिलने के बाद उनके खिलाफ जांच समिति गठित कर दी गयी थी। जिसकी संस्तुति पर उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किये गये थे। यहीं नहीं इसी मामले में अनुराग गुप्ता के खिलाफ जगन्नाथपुर थाने में साल 2018 में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।

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