Jharkhand Election 2024 : 'ये आपको सम्मान देंगे, लेकिन आपके अधिकार छीन लेंगे', रांची में पीएम मोदी पर गरजे राहुल गांधी
Jharkhand Election 2024 : झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को रांची पहुंचे हैं
Jharkhand Election 2024 : झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी शनिवार को रांची पहुंचे। यहां शौर्य सभागार में संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी और बीजेपी पर करार प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि संविधान पर चारों ओर से आक्रमण किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ये संविधान सम्मान सम्मेलन है, लेकिन सच्चाई है कि आज संविधान की रक्षा की जरूरत है। यदि हम सम्मान करें और उसकी रक्षा न करें तो कोई मतलब नहीं होता है। उन्होंने कहा कि संविधान पर चारों तरफ से आक्रमण हो रहा है। यह आक्रमण सिर्फ नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही नहीं, सब तरफ से हो रहा है। केंद्र सरकार की एजेंसियां आक्रमण कर रही हैं। इनका उद्देश्य संविधान को समाप्त करना या खोखला बनाना है।
संविधान के पीछे हजारों साल पुरानी सोच
उन्होंने जनता की ओर संविधान की प्रति दिखाते हुए पूछा कि यह कब बना है। उन्होंने कहा कि ये कोई 70 साल पुराना नहीं है। उन्होंने कहा कि नरायण गुरुजी, बिरसा मुंडा, अंबेडकर जी, गौतम बुद्ध और गुरुनानक को याद करते हुए कहा कि यदि ये नहीं होते तो क्या ये बनता है? उन्होंने कहा कि इसके पीछे की सोच हजारों साल पुरानी है। उन्होंने कहा कि आज लड़ाई संविधान और मनुस्मृति की है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा आदिवासी ये एक शब्द नहीं है, इतिहास है। स्कूली किताबों में आदिवासियों के बारे में सिर्फ 10-15 लाइनें ही देखने को मिलेंगी। यही हाल दलित, पिछड़े और किसानों का है। दलितों के बारे में सिर्फ एक लाइन मिलेगी, कि छुआछूत होती थी है। आपके इतिहास और आपकी सोच के बारे में कुछ नहीं लिखा गया है। उन्होंने कहा कि जिनके खून और पसीने ये देश बना है, किसान, मजदूर, बढ़ई और नाई हैं, लेकिन इतिहास में उनको पहचान नहीं मिली है। उनकी हक को मारा गया है।
जातिगत जनगणना पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि देश के 250 सबसे बड़े कारपोरेट घरानों, उनके मालिकों, सीईओ और इन कंपनियों में बड़ी पोस्ट पर बैठे लोगों में एक भी एससी-एसटी या ओबीसी नहीं है। ये संविधान पर हमला नहीं तो क्या है? उन्होंने जातिगत जनगणना पर जोर देते हुए कहा कि देश में दलित की आबादी 15 फीसदी, आदिवासियों की आबादी 8 फीसदी है, लेकिन ओबीसी के बारे में पता ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश में पहली बार आदिवासी वर्ग से राष्ट्रपति बनाया जाता है, लेकिन पार्लियामेंट का उद्घाटन करने के लिए नहीं बुलाया जाता है। उनसे कह दिया जाता है कि आप आदिवासी हैं, अंदर नहीं जा सकते हैं। उन्होंने राम मंदिर का भी जिक्र किया और कहा कि उद्घाटन के समय बड़े-बड़े उद्योगपतियों को बुलाया जाता है, सम्मान किया जाता है, लेकिन राष्ट्रपति को नहीं बुलाया जा सकता है, क्योंकि वह आदिवासी समाज से हैं। ये संविधान पर हमला नहीं तो क्या है?
आपकी आवाज को दबाया जा रहा
राहुल गांधी ने कहा कि संविधान की रक्षा मीडिया, चुनाव आयोग, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स और ब्यूरोक्रेसी के लोगों को करनी चाहिए, लेकिन नहीं करते हैं, क्योंकि इन संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा है। उन्होंने आगे किा कि एक भी मीडिया संस्थान दलित, ओबीसी और आदिवासियों का नहीं है, इसलिए आपके दिल की आवाज को दबा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि मोदी कहते हैं कि हम आपका सम्मान करेंगे। ये आपका सम्मान करते हैं, लेकिन आपसे पावर छीन लेते हैं। ये आपको सम्मान देते हैं, लेकिन संविधान को खोखला कर देते हैं। उन्होंने कहा कि ये अच्छा हुआ कि चुनाव बाद हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री ने संविधान को माथे से लगाया है।
इस कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति (ST), अनुसूचित जाति (SC), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और अल्पसंख्यक समुदायों के प्रमुख और प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया है।