Jharkhand: 2 दिन की बारिश नहीं झेल पाया विधानसभा का नया भवन, कॉरिडोर की फॉल सीलिंग गिरी

Jharkhand Assembly: झारखंड विधानसभा के नये भवन के फर्स्ट फ्लोर के कॉरिडोर की सीलिंग गुरुवार की रात बारिश के चलते गिर गयी

Newstrack :  Network
Published By :  Ashiki
Update:2021-05-29 13:53 IST

झारखंड विधानसभा (Photo-Social Media)

रांची: चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) की दस्तक के बाद बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही हुई। इस चक्रवात का असर झारखंड (Jharkhand) में भी काफी ज्यादा देखने को मिला। यहां पर बीते दिन राजधानी रांची (Ranchi) में उद्घाटन से पहले ही करोड़ों का पुल ध्वस्त हो गया है। अब पुल के बाद झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) भवन पर भी दिख रहा है।

झारखंड विधानसभा का नया भवन (Jharkhand new assembly building) दो दिन की बारिश भी ठीक से झेल नहीं पाया। जानकारी के मुताबिक भवन के फर्स्ट फ्लोर के पश्चिमी हिस्से के कॉरिडोर की सीलिंग गुरुवार की रात गिर गयी। हालांकि उस दौरान वहां कोई मौजूद नहीं था। कहा जा रहा है कि सामान्य दिनों की तरह कामकाज चलता तो बड़ी घटना हो सकती थी। पश्चिमी हिस्से में विधानसभा सचिव के कक्ष के समीप यह घटना हुई है। विधानसभा सचिव के कार्यालय कक्ष के साथ-साथ यहां कई अधिकारियों का कक्ष है।

उठ रहे सवाल

बीते दिनों रांची के तमाड़-बुंडू इलाके में कांची नदी (Kanchi River) पर करीब 10 करोड़ की लागत से बने पुल के उद्घाटन के पहले ही ढह जाने की घटना से सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी। चक्रवाती तूफान यास की वजह से रांची जिला के बुंडू स्थित कांची नदी पर पुल बहाव को बर्दाश्त नहीं कर पाया और ध्वस्त हो गया। हालांकि लोग इसके पीछे पानी के तेज बहाव के साथ ही अवैध तरीके से चल रहे बालू के उत्खनन (Sand Quarrying) को मुख्य कारण बता रहे हैं। अब विधानसभा भवन की खबर पर अलग-अलग तरह की चर्चाएं हो रही हैं।

465 करोड़ रुपये में बना था नया भवन

आपको बता दें कि विधानसभा का नया भवन 465 करोड़ की लागत में बना है। 39 एकड़ में फैले इस नये विधानसभा परिसर का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किया था। नया भवन चार वर्षों में बन कर तैयार हुआ था। इसके निर्माण में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। साथ ही विधानसभा की ओर से कई बार सरकार को पत्र भेजे गये हैं। झारखंड में निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सरकारी राशि के दुरुपयोग को लेकर समय-समय पर कई सवाल भी उठते रहे हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा के सचिव महेंद्र प्रसाद ने भवन निर्माण विभाग को पत्र भेज कर सीलिंग की मरम्मत कराने के साथ-साथ पूरे भवन में जलजमाव व फॉल्स सीलिंग की स्थिति का जायजा लेने का आग्रह किया है। बताया जा रहा है कि विधानसभा के नये भवन में कई जगहों पर पानी का सीपेज है। रखरखाव के अभाव में भवन के कई हिस्से जर्जर हो रहे हैं। विधानसभा सचिव ने कहा है कि पूरे भवन की छानबीन होनी चाहिए। सामान्य दिनों के कामकाज में इस तरह की घटना हो गयी, तो बड़ी मुसीबत आ सकती है। 

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