रांची में विपक्ष के उलगुलान रैली में कांग्रेस और राजद कार्यकर्ता आपस में भीड़े, चली कुर्सी और लाठियां

Ulgulan rally in Ranchi: रांची में आज उलगुलान रैली के जरिए इंडिया गठबंधन के नेता एक बार फिर एकजुट होंगे। राहुल गांधी इस रैली में शामिल नहीं होने वाले हैं।

Report :  Aniket Gupta
Update: 2024-04-21 08:33 GMT

Ulgulan rally in Ranchi: आज रांची में इंडिया गठबंधन के तमाम नेता एक बार फिर रैली के जरिए एकजुट हुए हैं। दोपहर करीब 2 बजे शुरू होने वाली इंडिया गठबंधन की इस रैली को उलगुलान महारैली का नाम दिया गया है। इस रैली को लेकर रांची में नेताओं-कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने का सिलसिला भी अब शुरू हो चुका है। इस रैली की मेजबानी झारखंड मुक्ति मोर्चा करने वाली है। साथ ही इस रैली को इंडिया गठबंधन की 28 पार्टियों के टॉप नेता संबोधित करेंगे। बता दें, जनजातीय संस्कृति में उलगुलान का मतलब होता है क्रांति या विद्रोह। बता दें, इस रैली को गठबंधन की सहयोगी पार्टियों द्वारा अपना चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है।

रैली में जमकर चली लाठियां

रांची में आज विपक्षी गठबंधन INDIA की आज उलगुलान रैली आयोजित थी। रैली में कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया और उनलोगों ने एक-दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी और लाठियों से हमला किया। हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें कार्यकर्ता एक-दूसरे पर कुर्सियां चलाते दिख रहे हैं। घटना में कुछ कार्यकर्ता घायल भी हो गए। वीडियो में एक शख्स के सिर से खून बहता नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार, टिकट बंटवारे को लेकर कार्यकर्ताओं में मतभेद दिखा, जिसके बाद वे एक-दूसरे के ऊपर कुर्सी चलाने लगे। दरअसल, 'उलगुलान रैली' में चतरा सीट को लेकर राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गुट के नेता आपस में भीड़ गए। बता दें, आरजेडी गुट के लोग चतरा सीट से केएन त्रिपाठी का विरोध कर रही थी। वहीं कांग्रेस से केएन त्रिपाठी को चतरा सीट के लिए नॉमिनेट किया गया है।

सुनिता केजरीवाल ने लगाया आरोप

उलगुलान महारैली को संबोधित करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनिता केजरीवाल ने कहा, “अरविंद केजरीवाल को सत्ता की कोई चाहत नहीं है। वह सिर्फ देश की सेवा करना चाहते हैं।' वह देश को नंबर 1 बनाना चाहते हैं... कई लोग कहते हैं कि यह मुश्किल है।' 'जेल के ताले टूटेंगे, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन छूटेंगे।” उन्होंने आगे कहा, राजनीति बहुत गंदी चीज है। उनके खाने पर कैमरा लगा हुआ है। हर निवाले पर नजर रखी जा रही है। वह शुगर के मरीज हैं और पिछले 12 साल से हर दिन 50 यूनिट इंसुलिन ले रहे हैं। लेकिन जेल में उन्हें इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। ये लोग दिल्ली के सीएम को मारना चाहते हैं। वे अरविंद केजरीवाल के विचारों को नहीं समझ सकते। वह बहुत बहादुर हैं। वह शेर हैं। उन्हें जेल में भी 'भारत माता' की चिंता है''

आप नेता संजय सिंह ने क्या कहा?

रैली को संबोधित करते हुए आप नेता संजय सिंह ने कहा, ''भारत गठबंधन भारत के लिए काम करेगा और मोदी जी अडानी के लिए काम करेंगे...भाजपा ने '400 पार', 'बंगाल में 200 पार', दिल्ली में '35 पार', झारखंड में '65 पार' जैसे नारे देकर लोगों को गुमराह किया है। ‘400 पार' का नारा नकली है। इस बार इनको 'तड़ी पार, तड़ी पार' कहना है।"

राहुल गांधी नहीं होंगे शामिल


रांची के धुर्वा इलाके के प्रभात तारा मैदान में आज दोपहर इंडिया गठबंधन की इस उलगुलान रैली को संबोधित करने के लिए मुख्य रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, सांसद संजय सिंह, फारूक अब्दुल्ला, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, दीपंकर भट्टाचार्य सहित अन्य नेता पहुंचने वाले हैं। रैली को संबोधित करने राहुल गांधी भी पहुंचने वाले थे, लेकिन अचानक यह बात सामने आई की तबीयत खराब होने की वजह से वह अब इस रैली में शामिल नहीं हो सकेंगे। इस बात की जानकारी कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए दिया।

पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी कर रही हैं रैली की मेजबानी

बता दें, इंडिया गठबंधन की ओर से आयोजित इस उलगुलान रैली की मेजबानी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन कर रही हैं। साथ ही इस रैली में झारखंड की अलग-अलग सीटों से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार भी मौजूद रहेंगे। खुद झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन इस रैली की व्यवस्था को संभाल रहे हैं। उन्होंने खुद रैली वाले जगह पर पहुंचकर कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया है।

बीजेपी का इंडिया गठबंधन पर पलटवार

दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन की इस उलगुलान रैली को लेकर बीजेपी के झारखंंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ‘यह भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचारियों के लिए और भ्रष्टाचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा सम्मेलन है।’ साथ ही बाबूलाल मरांडी ने आदिवासी संस्कृति में पवित्र क्रांति के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला शब्द ‘उलगुलान’ का इस रैली के लिए इस्तेमाल किये जाने पर भी कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की जमीनों और उनके संसाधनों को लूटने तथा तबाह करने वाले लोग उलगुलान जैसे पवित्र शब्द का प्रयोग कैसे कर रहे हैं।

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