अगले आदेश तक बंद ये संस्थान, सरकार का बड़ा फैसला, कड़ी पाबंदियां लागू

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ अहम बैठक की।

Published By :  Shivani
Update:2021-04-18 17:21 IST

लॉकडाउन (फाइल फोटो )

रांची. झारखंड में कोरोना के मामलो में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद हेमंत सोरेन सरकार ने प्रतिबंधों को लेकर कड़े फैसले लिए हैं। इसके तहत राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज, कोचिंग और ट्रेनिंग संस्थानों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया। वहीं सभी परीक्षाएं भी फ़िलहाल के लिए स्थगित कर दी गयी हैं। साथ ही सरकार ने शादी समारोह आदि के लिए लोगों की संख्या तय कर दी है। 

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता के साथ अहम बैठक की, इस बैठक में उन्होंने कोरोना को काबू पाने को लेकर कई अहम फैसले लिए। स्कूल कॉलेज बंद होने के साथ ही शादी समारोह में पचास लोगों के शामिल होने का नियम लागू कर दिया।

सीएम सोरेन ने वीडियो जारी कर सभी को सतर्क रहने के लिए कहा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ निर्णय लिए गए हैं। ज़रूरत पड़ने पर आगे और कदम उठाये जायेंगे। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुँचायी जा सके इसके लिए भी उचित कदम उठाये जा रहे हैं। सभी लोगों से अपील है कोरोना की इस विकट घड़ी में आप सभी सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।'

कोरोना पर झारखंड में सर्वदलीय बैठक

इसके पहले शनिवार को मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से सर्वदलीय बैठक की थी, जिसमें राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ कोरोना के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान कोरोना की रोकथाम और बचाव के सिलसिले में राजनीतिक दलों ने कई अहम सुझाव दिए गए। 
मुख्यमंत्री ने राजनीतिक दलों को बताया कि कोरोना के हालातों से निपटने के लिए सरकार टेस्ट, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की दिशा में तेजी के साथ काम कर रही है। जांच में तेजी लाने के लिए कोवास मशीनें खरीदी जा रही है, जो 10 से 15 दिनों में स्थापित हो जाएगी। वहीं छह नए आरटीपीसीआर लैब भी स्थापित किए जा रहे है। हर जिले मे पचास ऑक्सीजन युक्त बेड औऱ प्रमंडल में एक सौ अतिरिक्त ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा हर आंगनबाड़ी केंद्र में मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

दवाईयों की किल्लत रोकने मे जुटी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए कुछ जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत और कालाबाजारी की शिकायत लगातार मिल रही है। ऐसे में सरकार ने ऐसी दवाओं को सीधे इसके उत्पादक कंपनियों से खरीदने के लिए बातचीत शुरू कर दी है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना टीकाकरण अभियान में लगातार तेजी लाई जा रही है, जैसे-जैसे वैक्सीन की खेप मिल रही है, लोगों को लगाया जा रहा है। 
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