Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ से पहले मशहूर इलाहाबादी अमरूद से गुलज़ार हुई संगम नगरी
Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा इलाहाबादी अमरूद श्रद्धालुओं को मिलेगी रसगुल्ले जैसी मिठास महाकुंभ को लेकर अमरूदों को विशेष तौर पर किया गया है तैयारमिठास बढ़ाने के लिए किसानों और अधिकारियों ने किए हैं कई तरीके के प्रयोग
Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक तरफ जहां महाकुंभ नगर और प्रयागराज सज रहा है तो वही दूसरी तरफ मशहूर इलाहाबादी अमरूद भी श्रद्धालुओं के आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। रसगुल्ला जैसे मीठे और सेब जैसा रंग श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करने पर मजबूर करेगा। महाकुंभ को देखते हुए इस बार अधिकारियों और किसानों ने इलाहाबादी अमरूद की गुणवत्ता और मिठास के लिए कड़ी मेहनत की है।
कई सालों से मशहूर इलाहाबाद अमरूद के विक्रेता नितिन सोनकर बताते हैं कि इस बार के अमरूद हर साल के मुताबिक बेहद मीठे हैं और गुणवत्ता भी सबसे अलग है। पैदावार अधिक होने की वजह से पिछले साल के मुताबिक इस बार दाम भी कम है। दुकानदार नितिन सोनकर का यह भी कहना है कि महाकुंभ के भव्य और दिव्या आयोजन के लिए कई तरह के प्रयोग किए गए हैं जो अब कारगर साबित हो रहे हैं ।बाजारों में इलाहाबादी अमरूद सज चुके हैं और लोग इसको पसंद कर रहे हैं। उधर ग्राहक नीरज मल्होत्रा की बात माने तो उनका कहना है कि इस बार के अमरूदों में काफी गुणवत्ता है और मीठास भी अधिक है , श्रद्धालु एक तरफ जहां संगम में डुबकी लगाएंगे तो वहीं दूसरी तरफ बाजारों से इलाहाबादी अमरूद का स्वाद भी चख सकेंगे।
गौरतलब है की महाकुंभ 2025 के लिए अधिकारियों ने गुणवत्ता और पैदावार को लेकर काफी शोध किया है । पिछले 2 सालों से महाकुंभ के दिव्या और भव्य आयोजन को लेकर अधिकारियों का कहना है कि प्रयागराज की पहचान इलाहाबादी अमरूद है ऐसे में शद्धालुओं को रसगुल्ले जैसी मिठास का स्वाद वह जरूर चखाना चाहेंगे। इसी वजह से बारिश के मौसम की पैदावार को नष्ट किया गया जबकि सर्दी के मौसम की पैदावार को अधिक किया गया है। साथ ही साथ पेड़ों पर कीटनाशक उपकरण भी लगाए गए जिसकी वजह से इलाहाबादी अमरूदों की गुणवत्ता भी बढ़ गई है।