Kumbh 2025: नेत्र कुंभ का साक्षी बनेगा प्रयागराज महाकुंभ, नेत्र कुंभ शिविर का भूमि पूजन सम्पन्न
Kumbh 2025: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार ने कहा कि सामाजिक समरसता का प्रतीक है यह महाकुंभ इसमें देश भर से करोड़ों श्रद्धालु आ रहे हैं उनकी सुविधा को देखते हुए इस नेत्र चिकित्सा महायज्ञ का नेत्र कुम्भ के रूप में आयोजन किया जा रहा है
Kumbh 2025: प्रयागराज के संगम तट पर 13 जनवरी से शुरू हो रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ के साथ ही नेत्र कुंभ की शुरुआत हो जाएगी। इसी क्रम में आज गुरुवार को मेला क्षेत्र में नागवासुकि मंदिर के पास सेक्टर-6 में विधि विधान से भूमि पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार व हवन सहित भूमि पूजन कार्यक्रम कराया गया। 12 जनवरी से यह नेत्र कुंभ की शुरूआत हो जाएगी जिसमें 3 लाख से ज्यादा जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मा व दवा उपलब्ध करायी जाएगी।
सामाजिक समरसता का प्रतीक है महाकुंभ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार ने कहा कि सामाजिक समरसता का प्रतीक है यह महाकुंभ इसमें देश भर से करोड़ों श्रद्धालु आ रहे हैं उनकी सुविधा को देखते हुए इस नेत्र चिकित्सा महायज्ञ का नेत्र कुम्भ के रूप में आयोजन किया जा रहा है सक्षम संस्था के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चन्द्रशेखर ने नेत्र कुम्भ के उद्देश्य और आने वाले दिनों में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस नेत्र कुम्भ में भारतीय सेना के डॉक्टर भी अपनी सेवाएं निःशुल्क देंगे। इस मौके पर श्री रणछोड़ दास बापू चैरिटेबल हॉस्पिटल राजकोट के प्रवीण भाई वसानी ने नेत्र कुंभ में आए सभी रोगियों के लिए निःशुल्क चश्मा ट्रस्ट की ओर से उपलब्ध कराने का संकल्प किया।
12 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा नेत्र कुंभ
सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि पूरे भारत में लगभग 5 करोड़ विभिन्न प्रकार के दिव्यांग जन हैं। इन दिव्यांग जन में 1 करोड़ 25 लाख से अधिक दृष्टि से संबंधित दिव्यांग हैं। जागरूकता के अभाव में बड़ी संख्या में लोग आंख की रोशनी खो देते हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए यह नेत्र कुंभ आयोजित होने जा रहा है। आयोजन कमेटी के अध्यक्ष कवींद्र प्रताप सिंह व महासचिव सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि नेत्र कुम्भ 12 जनवरी से मेला क्षेत्र में शुरू होगा, जो 26 फरवरी तक प्रतिदिन चलता रहेगा। इसमें नेत्र संबंधित समस्याओं से ग्रसित लोग आ सकते हैं और यहां पूरी व्यवस्था निशुल्क रहेगी।
निःशुल्क ऑपरेशन की भी होगी सुविधा
मीडिया समन्वयक डॉ. कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि “इस आयोजन में विशेष बात यह है कि नेत्र कुंभ के साथ-साथ व उसके बाद भी लगभग 50,000 से अधिक लोगों के नेत्र संबंधित विभिन्न प्रकार के निःशुल्क ऑपरेशन की सुविधा उनके स्थायी निवास स्थान के निकटतम नेत्र चिकित्सालय में करवाने की व्यवस्था की गई है।”
इन संस्थाओं का है विशेष सहयोग
इसमें सहयोग करने वाली संस्थाओं में 'सक्षम', 'द हंस फाउंडेशन', 'स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन', 'श्री भाऊराव देवरस न्यास', 'श्री रज्जू भैया सेवा न्यास', 'नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन' श्री रणछोड़दास जी बापू चैरिटेबल हॉस्पिटल एवं 'सेवा भारती' आदि के सहयोग से इतना बड़ा आयोजन होगा।