नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज (28 जनवरी) नए साल में पहली बार रेडियो पर 'मन की बात' की। पीएम मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम का यह 40वां ऐपिसोड था। इस कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने नारी शक्ति के तौर पर पहली भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला को याद किया। आज के इस प्रसारण में पीएम के संबोधन के केंद्र में 'नारी शक्ति' रही।
उन्होंने कहा, 'यह दुख की बात है कि हमने कल्पना चावला जी को इतनी कम उम्र में खो दिया, लेकिन उन्होंने अपने जीवन से पूरे विश्व में, खासकर भारत की हजारों लड़कियों को, यह संदेश दिया कि नारी-शक्ति के लिए कोई सीमा नहीं है. पीएम ने कहा कि कल्पना चावला ने पूरी दुनिया की महिलाओं को प्रेरित किया है।'
राजपथ पर नारी शक्ति के प्रदर्शन का किया जिक्र
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, नारी शक्ति हमेशा से ही प्रेरणा देने का काम करती रही है। इस दौरान उन्होंने इस बार के गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर नारी शक्ति के प्रदर्शन को सराहा। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के इस दिशा में एक प्रयास को याद किया।
माटुंगा स्टेशन का उल्लेख किया
पीएम मोदी ने मुंबई के माटुंगा स्टेशन की भी चर्चा की। बताया, कि यह भारत का ऐसा पहला स्टेशन है जहां सारी महिला कर्मचारी हैं। देश में इस तरह के आगे भी प्रयास होती रहनी चाहिए। पीएम मोदी ने बीते दिनों बिहार में दहेज़ के विरुद्ध मानव श्रृंखला बनाए जाने की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, बिहार के ऐतिहासिक गांधी मैदान से शुरू यह मानव श्रृंखला गांव-गांव तक चली। करोड़ों लोगों ने एक दूसरे का हाथ थाम इस कुरीति को ख़त्म करने का प्राण लिया।
इसके बाद पीएम मोदी ने कुछ देशवासियों की ओर से भेजे गए कुछ चिट्ठियों और संदेशों का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने भेजने वालों का नाम लेकर उनकी प्रशंसा की।
पद्म पुरस्कारों की भी चर्चा
पीएम मोदी ने इस बार केंद्र सरकार की तरफ से दिए गए पद्म पुरस्कारों की भी चर्चा की। कहा, अब उन लोगों को भी उनके काम के लिए सम्मानित किया जा रहा है जिन्हें अब तक कोई नहीं पहचानता था। सरकार ऐसे लोगों का सम्मान कर रही है। उन्होंने कहा, सम्मान के लिए अब उनके नाम की नहीं उनके काम को पहचाना जा रहा है। हमने चयन प्रक्रिया में भी सुधार किया।
सुभासिनी मिस्त्री और भज्जू श्याम का जिक्र
पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की 75 वर्षीय सुभासिनी मिस्त्री का भी जिक्र किया। बताया, 'सुभासिनी मिस्त्री एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने अस्पताल बनाने के लिए दूसरों के घरों में बर्तन साफ किए और सब्जी बेची।' बता दें कि सुभासिनी मिस्त्री को इस बार केंद्र सरकार की तरफ से पद्म पुरस्कार दिया गया है।वहीं, मध्य प्रदेश के भज्जू श्याम के बारे में भी पीएम ने बताया। कहा, इन्होंने जीवन-यापन के लिए सामान्य नौकरी की। लेकिन उन्हें पारम्परिक आदिवासी पेंटिंग बनाने का शौक था। आज इसी शौक की वजह से इनका भारत ही नहीं, पूरे विश्व में सम्मान है।
बापू ने हम सभी को एक नया रास्ता दिखाया
पीएम मोदी ने कहा, प्रवासी भारतीय दिवस पर विश्वभर से भारतीय यहां आए। आज वो अपनी मिट्टी के लिए कुछ करना चाहते हैं। भारत सरकार उन्हें वो अवसर उपलब्ध कराएगा। उन्होंने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा, '30 जनवरी को पूज्य बापू की पुण्य-तिथि है, जिन्होंने हम सभी को एक नया रास्ता दिखाया। उस दिन हम शहीद दिवस मनाते हैं। अगर हम संकल्प करें, कि बापू के रास्ते पर चलें -जितना चल सके, चलें- तो उससे बड़ी श्रद्धांजलि क्या हो सकती है?'
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की 152वीं जंयती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, कि लाजपत राय एक साहसी नेता थे, जिन्होंने खुद को भारत की स्वंतत्रता के लिए समर्पित कर दिया।
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