अहमदाबाद : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री को गुजरात में दूसरे चरण के मतदान से ठीक पहले क्रोधित देखकर आश्चर्यचकित और खुश हैं। उन्होंने कहा कि सिंह ने इससे पहले कभी इस तरह की आक्रामक शैली का प्रदर्शन नहीं किया।
शाह ने कहा, "हम आदरणीय मनमोहन सिंह जी से पूछना चाहते हैं कि जब एक मुख्यमंत्री को मौत का सौदागर कहा जाता है, तब उन्हें गुस्सा क्यों नहीं आता।"
उन्होंने कहा, "वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित इस देश के प्रधानमंत्री को उनकी पार्टी के मणिशंकर अय्यर द्वारा 'नीच' कहा जाता है, लेकिन हम अभी भी मनमोहन सिंहजी से इस बयान की निंदा का इंतजार कर रहे हैं।"
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, "तब मनमोहन सिहजी का क्रोध कहां चला जाता है, जब उनके मंत्रिमंडल द्वारा पास विधेयक को राहुल गांधी सरेआम फाड़ देते हैं। तब प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा की चिंता कहां चली जाती है।"
वहीं मनमोहन सिंह ने बुधवार को एक निजी चैनल पर 11 दिसंबर को जारी कड़े बयान को पढ़ते हुए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर सहित अन्य नेताओं ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर रात्रि भोज में पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ गुजरात चुनाव पर चर्चा की थी। सिंह ने इस संबंध में 11 दिसंबर को बयान जारी कर आरोपों से इंकार कर दिया था और कहा था कि बैठक में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर चर्चा हुई थी।
शाह ने कहा कि वह गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को इतना उतावला देखकर 'खुश' हैं।
शाह ने कहा, "मतदान से एक दिन पहले, राहुल गांधी और मनमोहन सिंहजी प्रधानमंत्री पर हमला कर रहे हैं। यह गुप्त बैठक के खुलासे के बाद हो रहा है, जिसे मनमोहन सिंहजी ने भारत-पाकिस्तान संबंध पर बैठक करार दिया था। पहले वह इसे क्यों छिपा रहे थे?"