'नेताजी' के समर्थन में आईं छोटी बहू अपर्णा, कहा- अखिलेश भैया अब तो पूरा करें अपना वादा

Update:2017-05-08 17:00 IST
'नेताजी' के समर्थन में आईं छोटी बहू अपर्णा, कहा- अखिलेश भैया पूरा करें अपना वादा

लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) में एक बार फिर संग्राम तेज हो गया है। पूर्व सपा अध्यक्ष शिवपाल यादव लगातार मुलायम सिंह को एक फिर पार्टी की कमान सौंपने की मांग भतीजे अखिलेश से करते रहे हैं। वो कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं। लेकिन अब शिवपाल की इस मांग को समर्थन मिला है मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव का। अपर्णा ने एक समाचार पोर्टल से बातचीत में कहा कि 'अखिलेश भैया को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए।'

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बता दें, कि रविवार को ही मैनपुरी में एक कार्यक्रम में नेताजी और अब सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश को सत्ता की कमान देने को अपनी भूल मानते हैं। वहीं दूसरी ओर, शिवपाल यादव ने नई पार्टी बनाने का ऐलान कर विवाद को नई हवा दे दी है। शिवपाल ने ये भी घोषणा की है कि पार्टी का अध्यक्ष मुलायम सिंह होंगे।

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अखिलेश भैया पूरा करें अपना वादा

सपा कलह पर बातचीत में अपर्णा यादव बोलीं, 'अखिलेश भैया को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए। अखिलेश अपने वादे पूरे करने के लिए जाने जाते हैं। वह अपने वादे पूरे करते रहे हैं। उन्होंने जो कहा था अब उसे पूरा किया है। इस लिहाज से उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए और 'नेताजी' को पद वापस करना चाहिए।'

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क्या है मामला?

उल्लेखनीय है, कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें सिर्फ तीन महीने के लिए पार्टी और पद चाहिए। इसके बाद वो नेताजी को वापस पद और पार्टी सौंप देंगे। बता दें, कि शिवपाल यादव ने अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए तीन महीने का समय दिया था। लेकिन अखिलेश ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद छोड़ने को लेकर अभी तक कोई संकेत नहीं दिए हैं।

अखिलेश, रामगोपाल हुए थे पार्टी से निष्कासित

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले 'समाजवादी' कलह चरम पर था। इस दौरान पार्टी अखिलेश और शिवपाल दो धड़ों में बंट गई थी। पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव और राष्ट्रीय महासचिव प्रो रामगोपाल यादव को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, बाद में दोनों का निष्कासन रद्द कर दिया गया था।

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हटाए गए थे नेताजी

इस पूरे घटनाक्रम के कुछ दिन बाद 1 जनवरी को रामगोपाल यादव ने सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाकर मुलायम सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर अखिलेश यादव को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया था। बाद में यह मामला चुनाव आयोग पहुंचा। चुनाव आयोग ने भी अखिलेश के हक में फैसला सुनाया।

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