Gorakhpur News: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, कुछ लोगों को हाता नहीं भाता, समझें सियासत
Gorakhpur News: सरकार जहां इन कार्रवाई को पारदर्शिता करार देती है तो वहीं विपक्ष राजनीतिक कार्रवाई करार दे रहा है।;
Gorakhpur News: देश में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रवर्तन निदेशालय से लेकर सीबीआई की कार्रवाई सियासी नफा-नुकसान का हथियार बन गई है। सरकार जहां इन कार्रवाई को पारदर्शिता करार देती है तो वहीं विपक्ष राजनीतिक कार्रवाई करार दे रहा है। सपा के वरिष्ठ नेता, चिल्लूपार से पूर्व विधायक और बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे की ईडी द्वारा गिरफ्तारी के बाद माहौल गर्म है। पूर्व सांसद और विनय शंकर के भाई भीष्म शंकर तिवारी ने 10 अप्रैल को सपा प्रमुख से मुलाकात की। जिसके बाद सपा प्रमुख ने एक्स पर फोटो शेयर कर लिखा, कुछ लोगों को हाता नहीं भाता, समझें सियासत।
सपा प्रमुख का सीधा इशारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर है। असल में गोरखपुर और आसपास के जिलों की सियासत मंदिर यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आवास गोरखनाथ मंदिर और हाता यानी पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी का गोरखपुर स्थित आवास के इर्द-गिर्द घूमती है। पिछले दिनों विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद पूर्वांचल में ब्राह्मण राजनीति उफान पर है। पहले भी हाता पर हमले के बाद सियासत गरम होती रही है।
जब योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभाली थी और पुलिस हाता में छापेमारी करने पहुंच गई थी तो भी विवाद हुआ था। तब पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी पहली बार जिलाधिकारी आवास पर धरना देने पहुंच गए थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ़ कुशल तिवारी से मुलाक़ात की। अखिलेश यादव ने पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी के प्रति समाजवादी पार्टी की एकजुटता और समर्थन का भरोसा दिलाया।
रिमांड पर हैं विनय शंकर
ईडी ने सात अप्रैल को पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी व अजीत पाण्डेय को 700 करोड़ से अधिक बैंक ऋण के फ्रॉड के आरोप को लेकर गिरफ्तार किया था। इन दोनों की कोर्ट ने 11 अप्रैल तक रिमांड दी थी यानी शुक्रवार को रिमाण्ड का अंतिम दिन है। शुक्रवार को ईडी के अफसर कम्पनी के नाम खरीदी गई संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेंगे।
ईडी ने पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की कम्पनी गंगोत्री इन्टरप्राइजेज व सहयोगी कम्पनियों के प्रमोटरों व निदेशकों से भी पूछताछ करेगी। इन्हें दो दिन के अंदर पूछताछ करने के लिए नोटिस दी जाएगी। ईडी ने रिमांड के तीसरे दिन विनय शंकर तिवारी व उसकी कम्पनी के डायरेक्टर अजीत पाण्डेय से लम्बी पूछताछ की।
इस दौरान अफसरों ने गंगोत्री कम्पनी व अन्य के जरिए हुए लेनदेन के बारे में कई सवाल पूछे। गंगोत्री कंपनी के खातों से बड़ी रकम सहयोगी कंपनियों के खाते में भेजी गई। फिर इन्हें कई सहयोगियों व रिश्तेदारों के बैंक खातों में रकम को ट्रांसफर किया गया।