गुवाहाटी : असम के दीमा हसाओ जिले में पुलिस गोलीबारी घायल दो लोगों की शुक्रवार को मौत हो जाने के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी है, जिसके कारण हाफलोंग रेलवे स्टेशन पर कम से कम 1,100 यात्री फंस गए हैं। मैबोंग और उससे सटे कुछ इलाकों में कर्फ्यू जारी है।
दीमा हसाओ के उपायुक्त देवा ज्योति हजारिका ने कहा कि प्रदर्शकारियों ने रेल पटरियां क्षतिग्रस्त कर दी हैं, जिसके कारण स्टेशन पर फंसे यात्रियों को उनके गंतव्य तक नहीं पहुंचाया जा सका है।
आंदोलनकारी संगठनों ने गुरुवार को पुलिस गोलीबारी के बाद शुक्रवार से 48 घंटे के 'बंद' का आवाह्न किया था। प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को गुवाहाटी जाने वाली सिलचर-गुवाहाटी तेज पैसेंजर रेलगाड़ी को न्यू हाफलोंग रेलवे स्टेशन पर रोक लिया। उसके बाद से ही सारे यात्री वहीं फंसे हुए हैं।
हजारिका ने बताया, "स्टेशन पर लगभग 1,100 यात्री फंसे हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरी को कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त कर दिया है और फिश प्लेट (पटरियों को जोड़ने के लिए लगाई जाने वाली छड़) निकाल दी है। इनकी मरम्मत कर रेलसेवा दोबारा शुरू करने में समय लगेगा।"
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उन्होंने कहा कि स्टेशन पर फंसे यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उन्होंने 25 बसों के लिए आग्रह किया है। प्रदर्शनकारियों ने बसों को हालांकि न्यू हाफलोंग नहीं आने दिया।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने यात्रियों के लिए भोजन, पेयजल, दवाइयां और अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि फंसे हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
हजारिका ने कहा कि मैबोंग में कर्फ्यू जारी है। हमने शनिवार को अपराह्न् दो बजे से चार बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है।
उन्होंने कहा कि हिंसा की कोई खबर नहीं है, लेकिन कुछ स्थानों पर विरोध प्रदर्शन होने की सूचना मिली है।
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केंद्र सरकार द्वारा जिले में नागा साधुओं के लिए एक परिषद का गठन करने की अफवाह उड़ने के बाद कुछ संगठन लगभग एक सप्ताह से ज्यादा समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मैबोंग में आंदोलनकारियों ने सुरक्षा बलों और रेलवे स्टेशन पर हमला कर पुलिस को गोली चलाने पर मजबूर कर दिया था। इस झड़प में नौ आंदोलनकारी और कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
गोलीबारी में घायल हुए दो आंदोलनकारियों की शुक्रवार को मौत होने के बाद आंदोलन और उग्र हो गया था।