अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला : पूर्व वायु सेना प्रमुख त्यागी को मिली जमानत
नई दिल्ली : अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में 3600 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल एस.पी.त्यागी और अन्य को यहां एक अदालत ने बुधवार को जमानत दे दी। विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने अपने समक्ष उपस्थित त्यागी व अन्य से एक लाख रुपये की जमानत राशि व इतनी राशि का मुचलका भरने को कहा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हेलीकॉप्टर सौदा मामले में त्यागी, उनके दो चचेरे भाइयों, वकील गौतम खेतान व इटली के कार्लो गेरोसा व गुइडो हश्के सहित 34 लोगों और विदेशी व भारतीय कंपनियों के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है।
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अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैग्नोलिनी व इटली की रक्षा एवं एयरोस्पेस कंपनी फिनमेक्के निका के के पूर्व प्रमुख गुइसेप्पे ओरसी और अन्य पर भी मामले में आरोप-पत्र दाखिल किया गया है।
आरोप-पत्र में करीब 2.8 करोड़ यूरो के धनशोधन का उल्लेख किया गया है। इसमें ओरसी, ब्रूनो, त्यागी के चचेरे भाई संजीव त्यागी और राजीव त्यागी के साथ राजीव सक्सेना व उनकी पत्नी शिवानी सक्सेना व खेतान की पत्नी रीतू खेतान के नाम शामिल हैं। राजीव सक्सेना दुबई स्थित कंपनी मैट्रिक्स होल्डिंग्स के निदेशक हैं।
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क्या है मामला?
फरवरी 2010 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने इटली की कंपनी फिनमेकेनिका की सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के साथ 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीदने का कॉन्ट्रैक्ट किया था। इन हेलिकॉप्टरों को वीवीआईपी मसलन पीएम और राष्ट्रपति के लिए इस्तेमाल किया जाना था। नए हेलिकॉप्टर इसलिए खरीदे जा रहे थे क्योंकि पुराने एमआई 8 हेलिकॉप्टर बहुत ज्यादा ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम नहीं थे। शुरुआत में हेलिकॉप्टरों की खरीद में एयरफोर्स ऊंचाई वाले मानक पर किसी तरह का समझौता करने के लिए तैयार नहीं थी। इस शर्त की वजह से अगस्ता डील के दौड़ से शुरुआत में बाहर हो गई।