लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने सोमवार (15 जनवरी) को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, कि पार्टी मेरे जन्मदिन पर समाजसेवा करती है। बसपा ही अकेली पार्टी है जो दलित, आदिवासी और मुसलमानों का ख्याल करना जानती है। उन्होंने कहा, 'पहले बीजेपी और अब कांग्रेस, बसपा को खत्म करना चाहती है। यही वजह है कि अब ये अम्बेडकर का नाम लेना नहीं भूलते।'
मायावती ने कांग्रेस से सवालिए लहजे में पूछा, कि 'आखिर क्यों बाबा साहब को बार-बार इस्तीफा देना पड़ता था। कांग्रेस को उनसे इतना ही प्यार था तो भारत रत्न क्यों नहीं दिया।'
बीजेपी ने मंडल कमीशन का विरोध किया था
इसके बाद मायावती एक बार फिर बीजेपी पर हमलावर दिखीं। उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने मंडल कमीशन का विरोध किया था। बोलीं, भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को निष्क्रिय बना दिया है।' उन्होंने कहा, बसपा ने हर मोर्चे पर संघर्ष किया है। बीजेपी और आरएसएस हर तरह के घिनोने हथकंडे अपना रही है।
मुझे राज्यसभा में बोलने तक नहीं दिया
ईवीएम मुद्दे पर उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा, 'ईवीएम में बड़ी गड़बड़ी कर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के चुनाव जीते गए। लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही किया गया था।' उन्होंने कहा, बाद में मुझे राज्यसभा में बोलने तक नहीं दिया। मुझे मजबूरी में इस्तीफ़ा देना पड़ा, ताकि मैं खुलकर पूरे देश में लड़ाई लड़ सकूं।'
मोदी गुजरात में बेघर हो जाते
यूपी की पूर्व सीएम ने एक बार फिर पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा, 'मोदी गुजरात में बेघर हो जाते। बच गए क्योंकि दलितों की संख्या बहुत कम है। नहीं तो हर-हर मोदी, घर-घर मोदी बोलने वाले मोदी जी इस बार गुजरात में बेघर हो जाते।'
बाबा साहब से की खुद की तुलना!
अपनी बातों के जरिए बसपा सुप्रीमो ने खुद की तुलना बाबा साहब से करने की कोशिश की। उन्होंने 1951 में बाबा साहब के इस्तीफे से अपने राज्यसभा से इस्तीफे को जोड़ा। इस पूरे प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने खुद को अम्बेडकर के बराबर में रखने की कोशिश की।
बीजेपी में सबकी सोच एक जैसी
माया बोलीं, 'मोदी सरकार के विकास का ख़ुलासा हो गया। मोदी ने ज़्यादातर लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। ये सरकार अब संवैधानिक ताकतों को तहस-नहस करना चाहती है। मंत्री कहते हैं कि संविधान बदला जाएगा पर उसे बर्खास्त नहीं किया गया। कितनों को बर्खास्त करेगी बीजेपी। सबकी सोच ऐसी ही है।' उन्होंने कहा, मोदी सरकार यानि आरएसएस की सरकार। यह सरकार हर लोकतांत्रिक संस्था को बर्बाद करना चाहती है।
यूपी की पूर्व सीएम ने सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच उपजे विवाद पर कहा, कि अब न्यायपालिका ख़ुद भिड़ी है। ये चिंता की बात है।
चुनाव के लिए तैयार रहें
उन्होंने कहा, 'अब लोग बसपा की तरफ़ देख रहे हैं। सामाजिक गठबंधन बसपा के पक्ष में है। हो सकता है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा का चुनाव हो। इसके लिए बहुजन समाज पार्टी को तैयार रहना होगा।'