Goldy Brar Death: मोस्टवांटेड गोल्डी बराड़ की अमेरिका में मौत! सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का था मास्टरमाइंड
Goldy Brar Death: अमेरिकी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, गैंगस्टर की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
Goldy Brar Death: सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ की अमेरिका में हत्या का दावा किया जा रहा है। अमेरिकी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, गैंगस्टर की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से आतंकवादी घोषित किया जा चुका है। बता दें, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ही पंजाब के मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद वह सुर्खियों में आने लगा था।
गैंगस्टर अर्श दल्ला और लकभीर ने ली जिम्मेदारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) के प्रतिद्वंदियों, गैंगस्टर और आतंकी अर्श डल्ला और लखबीर सिंह लांडा ने इस हमले की साजिश रचने की जिम्मेदारी ली है और गोलीबारी के पीछे दुश्मनी का आरोप लगाया है। हालाँकि, इन आरोपों को लेकर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) या किसी दूसरे गैंगस्टर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है।
गोल्डी के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का जन्म 11 अप्रैल 1994 को पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब के रहने वाले शमशेर सिंह और प्रीतपाल कौर के घर हुआ था। गोल्डी के पिता पुलिस में कार्यरत थे। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ धमकी, फिरौती, कई हत्याओं की जिम्मेदारी लेने जैसे कई मामले दर्ज हैं।
भाई की हत्या के बाद अपराध जगत से जुड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोल्डी बराड़ ने अपने चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या के बाद अपराध का रास्ता चुना और कई गैंगस्टर्स के संपर्क में आया। कनाडा के ब्रैम्पटन में रहने वाला गोल्डी बराड़ खालिस्तानी आतंकवादी समूह बब्जर से जुड़ा था। केंद्रीय मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, गैंगस्टर गोल्डी बराड़ शार्प-शूटरों की आपूर्ति के साथ ही सीमा पार से गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री की तस्करी के अलावा हत्या करने के सभी सामानों की आपूर्ति करता था।
गोल्डी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी था
आईपीएसजी, फ्रांस की तरफ से गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका था। 15 जून 2022 को गोल्डी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था। इसके बाद 12 दिसंबर 2022 को उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया गया था।