आचार संहिता का उल्लंघन: मतदाताओं को लुभाने के लिए बसपा प्रत्याशी ने बांटे धार्मिक कैलेंडर
प्रत्याशी अपने समर्थकों द्वारा गांव-गांव में आपत्तिजनक प्रचार सामग्री बांटने में जुटा है। प्रत्याशी के समर्थकों द्वारा नौरोजपुर, गुराना आदि कई गांवों में कैलेंडर बांटे गए जिन पर अलग अलग धर्मो के देवी देवताओं के चित्र अंकित है।
बागपत: सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को ताक पर रख कर राजनीतिक दल धर्म के नाम पर चुनाव प्रचार से बाज नहीं आ रहे हैं। चुनाव में हर हथकंडा अपनाने वाले दल सारे कायदे कानूनों का उल्लंघन करते हुए खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने में जुट गए हैं। बड़ौत में एक प्रत्याशी ने पार्टी के प्रचार वाले धार्मिक कैलेंडर बांटे हैं।
आपत्तिजनक प्रचार
-तू डाल-डाल-मैं पात-पात। जिला प्रशासन चुनाव आचार संहिता पर पैनी नजर रखने का दावा कर रहा है, तो प्रत्याशी अपने प्रचार के लिए नये नये हथकंडे अपना रहे हैं।
-जिला प्रशासन कह रहा है कि चुनाव में किसी प्रत्याशी को आचार संहिता का उल्लंघन नही करने दिया जाएगा।
-लेकिन बड़ौत विधनसभा क्षेत्र में एक प्रत्याशी अपने समर्थकों द्वारा गांव-गांव में आपत्तिजनक प्रचार सामग्री बांटने में जुटा है।
-प्रत्याशी के समर्थकों द्वारा नौरोजपुर, गुराना आदि कई गांवों में कैलेंडर बांटे गए जिन पर अलग अलग धर्मो के देवी देवताओं के चित्र अंकित है।
नहीं काम आया पाठ
-हालांकि, खुद पार्टी सुप्रीमो ने एक दिन पहले ही लखनऊ में बैठक कर अपने सभी प्रत्याशियों और पदाधिकारियों को आचार संहिता का पाठ पढ़ाया था।
-उन्होंने यहां तक समझाया था कि किसी भी प्रत्याशी या उसके समर्थकों की छोटी सी चूक भी कार्रवाई के लिए बाध्य कर सकती है।
-उन्होंने कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को समझाया था कि वे आचार संहिता के दायरे में रह कर ही प्रचार करें।
-इसके बावजूद प्रत्याशी अपने क्षेत्र में रिझाने वाले धार्मिक प्राचार से खुद को अलग नहीं रख सके।
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