नई दिल्ली: घूसकांड में फंसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के सीनियर अफसर राकेश अस्थाना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। हैदराबाद के बिजनसमैन सतीश बाबू सना ने राकेश अस्थाना के खिलाफ सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई है। एफआईआर में इस बात का दावा किया गया है कि राकेश अस्थाना को हैदराबाद के बिजनसमैन सतीश बाबू सना ने पिछले वर्ष लगभग तीन करोड़ रुपये दिए थे। उस समय राकेश अस्थाना सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर हुआ करते थे।
बता दें कि सीबीआई में नम्बर दो की हैसियत रखने वाले राकेश अस्थाना पर ये आरोप है कि वह जिस मांस कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ मामले की जांच कर रहे थे, उससे उन्होंने घूस ली थी। मोइन कुरैशी से 50 लाख रुपये लेने के मामले में सना भी जांच के दायरे में था।
इस प्रकरण की जांच के लिए गठित एसआईटी को अस्थाना लीड कर रहे थे। आरोप है कि पिछले वर्ष डीएसपी देवेंद्र कुमार की तरफ से की गई पूछताछ में दुबई के एक इन्वेस्टमेंट बैंकर मनोज प्रसाद ने उन्हें सीबीआई से उनके अच्छे संबंधों के बारे में जानकारी दी थी।
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एफआईआर से नाम हटवाने के लिए मांगे थे घूस
एफआईआर दर्ज होने के अगले ही दिन सीबीआई ने मनोज को अरेस्ट कर लिया था। सना ने सीबीआई से की गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि मनोज ने उसका नाम हटवाने के बदले में सीबीआई ऑफिसर को देने के लिए पांच करोड़ रुपये की डिमांड रखी थी।
किस्तों में दी थी रकम
सतीश बाबू सना के मुताबिक उसने मनोज को दुबई में एक करोड़ रुपये पहली किश्त के रूप में दिए थे। 1.95 करोड़ रुपये मनोज के जानने वाले सुनील मित्तल को 12 दिसंबर 2017 को दिल्ली में रायसीना रोड स्थित प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पार्किंग में दिए थे।
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