किस्सा कुर्सी का! शिवराज की ड्रामेबाजी के बाद, पेश है कांग्रेस का 72 घंटे वाला सत्याग्रह
भोपाल : मध्यप्रदेश में किसानों को उनका हक दिलाने की मांग को लेकर राज्य की कांग्रेस इकाई बुधवार (14 जून) से 72 घंटे का सत्याग्रह शुरू करने जा रही है। यह सत्याग्रह टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में होगा। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा के मुताबिक, 14 जून से 72 घंटे का सत्याग्रह आंदोलन शुरू होगा, जो 17 जून को खरगोन जिले के खलघाट में किसान महापंचायत के रूप में खत्म होगा।
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इस सत्याग्रह में पूर्व केंद्रीय मंत्री (सांसद) ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले शुरू हुए किसानों के अहिंसक आंदोलन को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पहले ही दिन से ही समर्थन दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष ने मंदसौर जाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें नहीं जाने दिया गया।
वहीं छह जून को मंदसौर में पुलिस की गोली से पांच किसानों और लाठीचार्ज के बाद एक किसान की मौत के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी, जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, वरिष्ठ नेता (सांसद) कमलनाथ, महासचिव दिग्विजयसिंह, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव एवं नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मंदसौर पहुंचकर दिवंगत किसानों के शोकाकुल परिवार से मुलाकात भी की।
किसान आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा को रोकने और शांति बहाली के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भेल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया था, जो किसानों व नेताओं के आग्रह पर उन्होंने 28 घंटे बाद खत्म कर दिया।