कांग्रेस के मुस्लिम नेता बोले- पीरियड्स के दौरान अपवित्र होती हैं औरतें, धार्मिक स्थल में ना जाएं

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अंतरिम अध्यक्ष एम एम हसन ने मंगलवार (28 मार्च) विवादित बयान दिया है। महिलाओं के मासिक धर्म (menstruation) को अपवित्र (impure) बताते हुए हसन ने कहा कि इस दौरान महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए।

Update: 2017-03-28 11:01 GMT

त्रिवेंद्रम: केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अंतरिम अध्यक्ष एम एम हसन ने मंगलवार (28 मार्च) को विवादित बयान दिया है। महिलाओं के मासिक धर्म (पीरियड्स) को अपवित्र बताते हुए हसन ने कहा कि इस दौरान महिलाओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। हसन ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान मुस्लिम महिलाएं व्रत (fast) या पूजा नहीं करती हैं। हसन ने यह बात केपीसीसी के अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने के बाद एक पब्लिक मीटिंग में कहीं। उन्होंने कहा कि औरतों को खुद ही ये सोचना चाहिए।

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गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस हाई कमान ने एमएम हसन को कांग्रेस की केरल इकाई का अस्थायी प्रेसिडेंट बनाया गया है। वी.एम. सुधीरन के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली पड़ा हुआ था।

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हसन ने कहा कि मेरी बात को किसी और तरह से नहीं देखा जाना चाहिए क्योंकि ये मेरी निजी राय है। हसन ने कहा कि सबकी अपनी राय होती है और मेरा ऐसा मानना है कि अपवित्रता की वजह से मासिक धर्म के दौरान औरतों धार्मिक स्थल में नहीं जाना चाहिए।

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शायद कांग्रेसी नेता हसन को नहीं पता यह बात

शायद कांग्रेसी नेता हसन को यह बात पता नहीं कि भारत के उत्तर पूर्वी राज्य असम में अंबुबाची पर्व और यहां लगने वाला मेले जो कि 20-23 जून के बीच आरंभ होता है। इसमें ऐसा माना जाता है कि इऩ दिनों में साल में एक बार कामाख्या देवी रजस्वला हो जाती हैं और यह उनके श्रद्धालुओं को दिखाई भी देता है।

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देवी को इन दिनों योनि के रूप में पूजा जाता है। इन दिनों ब्रह्मपुत्र के पानी से लेकर कई जगह तक मां की शक्ति का हल्के लाल रंग में दर्शन भी होने की बात कही जाती है। अंबुबाची को प्रकृति के उर्वरा शक्ति का प्रतीक और उसके प्रकटीकरण के तौर पर भी देखा जाता है।

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