दादरी कांड में क्लोजर रिपोर्ट की चर्चा से माहौल गर्म, पुलिस बोली- गोहत्या के सबूत नहीं

Update:2016-09-28 03:14 IST

नोएडा/मेरठः दादरी के बिसाहड़ा गांव में अखलाक के भाई जान मोहम्मद के खिलाफ गोहत्या का सबूत न मिलने की बात पुलिस कह रही है। ऐसे में मंगलवार को गांव में इस चर्चा ने जोर पकड़ा कि पुलिस इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगा सकती है। इसे लेकर माहौल गरमा रहा है। गांव के लोगों का आरोप है कि पुलिस जान-बूझकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है, ताकि यूपी सरकार को खुश किया जा सके।

क्या कहती है पुलिस?

इस मामले में मेरठ जोन के आईजी अजय आनंद ने बताया कि क्लोजर रिपोर्ट दाखिल किए जाने की तैयारी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली है। वहीं, दादरी के सीओ अनुराग सिंह का कहना था कि उनका ट्रांसफर आगरा हो गया है। अखलाक और उसके घरवालों के खिलाफ गोहत्या का कोई सबूत नहीं मिला है। अगर सबूत नहीं मिला, तो क्लोजर रिपोर्ट ही दाखिल होगी। इस मामले में नए सीओ ही अगला कदम तय करेंगे।

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आरोपियों के परिजनों का क्या है कहना?

बता दें कि बीते साल 28 सितंबर को गोहत्या के आरोप में अखलाक को गांव के कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार दिया था। इस मामले में दो नाबालिगों समेत 18 आरोपी हैं। इन्हीं में से एक के पिता और बीजेपी नेता संजय राणा ने आरोप लगाया कि पुलिस जल्दबाजी में केस बंद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि गोहत्या के सभी सबूत पुलिस को दिए गए, लेकिन पुलिस समुदाय विशेष के खिलाफ कार्रवाई न कर यूपी सरकार को खुश करना चाहती है।

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क्या है मामला?

28 सितंबर 2015 को बकरीद के दिन उग्र भीड़ ने बिसाहड़ा में मोहम्मद अखलाक की हत्या कर दी थी। उनके छोटे बेटे दानिश को भी जमकर पीटा गया था। इस मामले में आरोपियों ने मथुरा फॉरेंसिक लैब की अप्रैल में आई रिपोर्ट के आधार पर अखलाक के परिवार पर गोहत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में अखलाक के भाई जान मोहम्मद को छोड़कर बाकी पांच परिजनों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी।

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