एक्सीडेंट में चोट लगने से बॉडी हो गई थी पैरालाइज, 31 Yrs. में जीता गोल्ड

Update: 2018-07-13 13:56 GMT

लखनऊ : हरियाणा की एकता भ्यान ने ट्यूनीशिया में चल रहे वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स टूर्नामेंट में भारत का तिरंगा लहराया है। उसने इस टूर्नामेंट में एक गोल्ड और एक कांस्य पदक हासिल करने का कमाल किया है। एकता ने महिलाओं के क्लब थ्रो एफ 51 में स्वर्ण पदक और डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक अपने नाम किया है।

newstrack.com आपको एकता भ्यान की अनटोल्ड स्टोरी बयां कर रहा है।

चोट लगने से बॉडी हो गई थी पैरालाइज

एकता भ्यान (31) का जन्म हरियाणा के हिसार में हुआ था। उनके पिता जिला कृषि अधिकारी की पोस्ट से रिटायर हुए थे। मां हाउस वाइफ थी।

एकता की 2003 में एक दुर्घटना में स्पाइनल कॉर्ड(रीढ़ की हड्डी) में चोट लगने की वजह से उनके शरीर के निचले हिस्से में पैरालिसिस हो गया था। तभी से एकता व्हील चेयर पर हैं।

वह करीब 9 महीने तक हॉस्पिटल के अंदर ही एडमिट रही थी। उन्होंने वहां पर देखा कि बहुत से ऐसे लोग है। जो व्हील चेयर पर रहने के बावजूद भी खुश है। उन्हें देखकर एकता को काफी हिम्मत मिली थी।

एकता के लिए अपनी चोट से उबर पाना आसान नहीं था। लेकिन दिल्ली में चले लंबे इलाज और मां –बाप के सपोर्ट से काफी हद तक उसने अपनी चोट से उबरने में कामयाबी पाई।

लाइफ में ऐसे आया ट्विस्ट

एकता की लाइफ में 2014 में बड़ा मोड़ तब आया जब उनकी पहली बार मुलाकात अमित सरोहा से हुई। वह क्लब थ्रो में अर्जुन अवार्ड विजेता और पूर्व में नंबर दो के खिलाड़ी थे।

उन्होंने एकता को खेल के लिए लगातार मोटिवेट करना शुरू किया। उसके मन में खेल के प्रति जोश भरा। वह खुद उन्हें घंटों ट्रेनिंग दिया करते थे। एकता खूब मेहनत करती थी। इसी मेहनत और लगन ने उन्हें आज सफल बनाया।

ऐसे शुरू किया सफलता का सफर

एकता ने अमित सरोहा से मिली ट्रेनिंग के बाद 2016 में राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स गेम में हिस्सा लिया था। वह गेम में अव्वल रही थी।

उसने गोल्ड मेडल भी जीता था। वहीं से उनकी सफलता का सफर शुरू हुआ। उसके बाद से उन्होंने लगातार सफलताएं अर्जित की।

वर्ल्ड चैम्पियनशिप में किया था देश का प्रतिनिधित्व

एकता ने अपने प्रभावी प्रदर्शन के दम पर क्लब थ्रो और डिस्कस थ्रो में गोल्ड और कांस्य पदक जीता था। उसी साल बर्लिन में होने वाली पैरा एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स में भाग लेने का मौका हासिल कर लिया।

इसके बाद एकता ने साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय पैरा ओलंपिक कमेटी (आईपीसी) की ओर से लंदन में आयोजित पैरा एथलेटिक्स वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अकेले ही भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

एकता की जिंदगी वास्तव में संघर्ष की मिसाल है और दूसरों के लिए एक प्रेरणा का माध्यम है। अब एकता का लक्ष्य 2020 में टोक्यों में आयोजित होने वाले पैरा ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतना है।

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