स्पेन की जेल में बंद हैं 3 निर्दोष भारतीय, रिहाई के लिए भटक रहे परिवार

Update: 2016-05-25 15:58 GMT

गोरखपुर: जिले का एक युवक पिछले 10 माह से स्पेन की जेल में बंद है। उरुआ बाजार थाना इलाके के 26 वर्षीय राहुल शाही टर्की के एक शिप पर बतौर ट्रेनी सवार हुए थे। स्पेन में राहुल और दो अन्य भारतीयों को ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। अब ये परिवार सरकारी दफ्तरों में गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कहीं से राहत नहीं मिल रही है।

शिप पर थे ट्रेनी

-उरुआ बाजार के हाटा बुजुर्ग निवासी राधेश्याम शाही अपने बेटे की वापसी की गुहार लगा रहे हैं।

-26 वर्षीय बेटे राहुल ने मुम्बई के एजेंट के मार्फत टर्की के शिप पर बतौर ट्रेनी जॉब शुरू की थी।

-राहुल 5 जून 2015 को मालवाहक शिप पर सवार हुए थे। उनके साथ इलाहाबाद और दिल्ली निवासी दो अन्य भारतीय युवा भी थे।

-यात्रा के दौरान मोरक्को में तीनों को रेस्ट के लिए उतार कर शिप ईंधन भरवाने चला गया।

मर्चेंट नेवी के कोर्स के दौरान ग्रुप फोटो में राहुल

शिप पर ड्रग लोड

-वापसी के दौरान कहीं पर शिप में 15.7 टन ड्रग्स लोड कर लिया गया।

-मोरक्को में तीनों युवाओं को फिर से सवार कर जहाज न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुआ।

-रास्ते में 28 जून को स्पेन के मलगा में तीनों को ड्रग्स सहित पकड़ लिया गया।

बेगुनाही साबित

-पूछताछ के दौरान जहाज के कैप्टन और कुक ने अपना गुनाह कबूल करते हुए तीनों को निर्दोष करार दिया।

-इसके बावजूद तीनों को कैद कर लिया गया।

-सूचना मिलने के बाद तीनों के परिवार लगातार कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राहत नही मिली।

शिप पर राहुल शाही और उनका आइडेंटिटी कार्ड

नहीं मिली राहत

-राहुल के पिता राधेश्याम शाही के मुताबिक प्रदेश और केंद्र के अधिकारियों समेत पीएम और राष्ट्रपति तक से गुहार लगा चुके हैं।

-राज्यपाल और विदेश मंत्रालय से नजर रखने का आश्वासन भर ही मिला है।

-लेकिन 10 माह से इन युवकों के मामले में कोई प्रगति होती नहीं दिख रही है।

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